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पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स को GST के दायरे में लाने में क्या दिक्कत: चिदंबरम

राज्य सभा में कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स को जीएसटी के...
पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स को GST के दायरे में लाने में क्या दिक्कत: चिदंबरम

राज्य सभा में कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स को जीएसटी के दायरे में लाने को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ''अब बीजेपी 19 राज्यों में सत्ता में है। केंद्र में भी उसकी सरकार है, तो उन्हें पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स  को जीएसटी के दायरे में लाने से कौन रोकता है। जीएसटी काउंसिल इस मसले को कब उठाएगी?''

इस सवाल के जवाब में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि सरकार पेट्रोलियम प्रोडक्‍ट्स को जीएसटी के दायरे में लाने के पक्ष में है।

जेटली ने कहा कि पेट्रोलियम प्रोडक्‍ट्स को जीएसटी के अंदर लाने के मसले पर हम राज्‍यों की आम सहमति का इंजतार करेंगे। उम्‍मीद है कि राज्‍य देर-सवेर इस मसले पर सहमत हो जाएंगे।

राज्‍य सभा में कांग्रेस के हंगामे के मसले पर जेटली ने कहा कि विपक्ष के नेता समेत अपने सभी सहयोगियों को आमंत्रित करेंगे और हर मसले का चर्चा के साथ हल निकालने का प्रयास करेंगे।

मनमोहन सिंह के खिलाफ टिप्‍पणी पर हंगामा

नरेंद्र मोदी की पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ टिप्पणी को लेकर मंगलवार को लोकसभा और राज्‍य सभा में हंगामा हुआ। राज्यसभा में कांग्रेस लीडर गुलाम नबी आजाद ने पीएम मोदी से माफी मांगने की बात कही। सोमवार को भी कांग्रेस समेत अन्य सदस्यों ने संसद के दोनों सदनों में टिप्पणी को लेकर हंगामा किया था और नारेबाजी करते हुए मोदी से माफी मांगने की बात कही थी। हंगामे और शोरशराबे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई थी।

राज्‍य सभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह देश के प्रति ईमानदार रहे हैं। इसको लेकर कोई सवाल नहीं उठा सकता। पीएम मोदी को सदन में आकर इसके लिए सफाई देनी चाहिए।

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