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संसद में गूंजा राहुल जासूसी का मामला

संसद में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की जासूसी का मसला जोर-शोर से उठा। इस मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा।
संसद में गूंजा राहुल जासूसी का मामला

गौरतलब है क‌ि कुछ द‌िन‌ पहले राहुल गांधी के ऑफिस आकर उनके बारे में सवाल करने के मामले में कांग्रेस ने आरोप लगाया था क‌ि पुल‌िसकर्म‌ियों ने ज‌िस प्रकार के सवाल पूछे, उससे जाह‌िर होता है क‌ि केंद्र सरकार राहुल की जासूसी करवा रही है।

लोकसभा में कांग्रेस दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस विषय को उठाया। उन्होंने पूछा क‌ि क्या ह‌िंदुस्तान पुल‌िस राज्य है? इस पर भाजपा ने कहा क‌ि इससे पहले सोन‌िया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल ब‌िहारी वाजपेयी भी इस प्रकार का फॉर्म भर चुके हैं। लेक‌िन कांग्रेस ने इससे इंकार करते हुए कहा क‌ि सोन‌िया गांधी ने इस प्रकार का कोई फॉर्म नहीं भरा है।

व‌ित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा क‌ि दिल्ली पुलिस द्वारा राहुल गांधी के बारे में सूचना एकत्र करना जासूसी नहीं है बल्कि पारदर्शी सुरक्षा व्यवस्था तैयार करने का हिस्सा है। 

लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शून्यकाल में इस मामले को उठाते हुए आरोप लगाया कि राहुल गांधी की राजनीतिक जासूसी की जा रही है जो लोकतंत्र और संविधान के तहत प्रदत्त निजता के अधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि अगर प्रोफाइल बनाने की बात है तो फिर राहुल गांधी के बारे में ये सवाल क्यों पूछे गए कि उनके जूते का नंबर क्या है और उनका जन्म चिन्ह ( बर्थ मार्क) कहां हैं?

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा,  यह सुरक्षा का मुद्दा है और सुरक्षा के मामले को राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। 1957 से देश के प्रमुख व्यक्तियों की सुरक्षा प्रोफाइलिंग की व्यवस्था चली आ रही है जिसे 1999 में संशोधित किया गया।

जेटली ने कहा कि खड़गे ने यह सवाल उठाया है कि प्रोफाइल बनाने के लिए राहुल के जूते का नंबर क्यों पूछा गया। उन्होंने राजीव गांधी का नाम लिए बिना कहा कि देश के एक पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या के बाद उनके शव की पहचान उनके जूतों से ही हो सकी थी।

उन्होंने कहा कि प्रोफाइल में जूते का नंबर, मूंछे हैं या नहीं, चप्पल पहनते हैं या जूता, अक्सर कहां कहां घूमने जाते हैं, कौन-कौन अक्सर मिलने आते हैं, ये सब बातें पूछी गयी हैं जो सुनने में हास्यास्पद लग सकती हैं। लेकिन सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है।

जेटली ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह , कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित सभी प्रमुख राजनीतिकों से उनके प्रोफाइल लिए गए हैं। खड़गे पर उन्होंने आरोप लगाया कि यह कोई मुद्दा नहीं है और वह इसे जबरदस्ती मुद्दा बना रहे हैं और यह इस बात का संकेत है कि कांग्रेस के पास उठाने के लिए मुद्दे नहीं हैं।

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