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कैग रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस का हंगामा

राज्यसभा में शुक्रवार को कांग्रेस के सदस्यों ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के इस्तीफे की मांग करते हुए हंगामा किया जिससे शून्यकाल में सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित हुई।
कैग रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस का हंगामा

कांग्रेस सदस्यों का कहना था कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की एक रिपोर्ट में इस केन्द्रीय मंत्री के परिवार से जुड़े कंपनी समूह को दिए गए ऋण में कथित तौर पर अनियिमितता की बात सामने आई है। कांग्रेस सदस्य गडकरी के इस्तीफे की मांग करते हुए आसन के समक्ष आ गए और नारेबाजी करने लगे। हंगामे की वजह से शून्यकाल में सदन की कार्यवाही संक्षिप्त समय के लिए दो बार स्थगित की गई। शून्यकाल में कांग्रेस के शांताराम नाइक ने कैग की एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए यह मुद्दा उठाया।

उन्होंने कहा कि कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्ति समूह की एक कंपनी पीएसकेएल ने नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की ब्याज सब्सिडी की शर्तों का पालन नहीं किया। उन्होंने कहा कि मंत्री एक समय उसके बोर्ड में शामिल थे। उन्होंने मंत्री के इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा कि यह काफी गंभीर मुद्दा है और यह शून्यकाल तक ही सीमित नहीं है। उन्होंने कहा कि जवाबदेही होनी चाहिए। उपसभापति पी जे कुरियन ने कांग्रेस सदस्यों से कहा, शून्यकाल के दौरान किसी संसद सदस्य के खिलाफ आरोप नहीं लगाया जा सकता है।

आरोप लगाने के लिए नियम हैं। अगर किसी का नाम लिया गया है तो वह उसे कार्यवाही से निकाल देंगे। इस बीच गडकरी के इस्तीफे की मांग करते हुए कांग्रेस के कुछ सदस्य आसन के पास आ गए। संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस सदस्यों का प्रतिवाद करते हुए कहा कि वह बिना किसी आधार के आरोप लगा रहे हैं और एक मंत्री का नाम ले रहे हैं। कुरियन ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपनी सीटों पर जाने तथा शून्यकाल में अन्य सदस्यों को अपने-अपने मुद्दे उठाने का मौका दिए जाने की अपील की।

लेकिन कांग्रेस सदस्यों का हंगामा जारी रहा। हंगामा थमते नहीं देख उन्होंने 11 बजकर 33 मिनट पर बैठक 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी। एक बार के स्थगन के बाद फिर बैठक शुरू होने पर भी सदन में कांग्रेस सदस्यों का हंगामा जारी रहा। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने फिर यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह किसी सांसद या मंत्री के खिलाफ आरोप का मामला नहीं है बल्कि यह कैग की रिपोर्ट पर आधारित है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि संबंधित मंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।

उपसभापति कुरियन ने कहा कि शून्यकाल में यह मुद्दा नहीं उठाया जा सकता। उन्होंने कांग्रेस सदस्यों से शंत होने की अपील करते हुए कहा कि इसके लिए नियम और प्रक्रिया है तथा सदस्यों का उनका पालन करना चाहिए। उन्होंने सदस्यों से इस संबंध में नोटिस देने को कहा। हंगामे के दौरान ही सपा के रामगोपाल यादव और माकपा के सीताराम येचुरी भी कुछ बोलते हुए दिखे। लेकिन हंगामे में उनकी आवाज नहीं सुनी जा सकी। संसदीय कार्य मंत्री नकवी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि गैर-जिम्मेदारी के साथ आरोप लगाया गया है।

उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं। इसी दौरान कांग्रेस के कुछ सदस्य आसन के समीप आ गए और मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। उधर भाजपा के सदस्य भी अपने स्थान पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। हंगामा थमते नहीं देख कुरियन ने करीब 11 बजकर 50 मिनट पर बैठक 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

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