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राज्य सभा में बोले अमित शाह- पकौड़े बनाना शर्म की बात नहीं

राज्यसभा में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अपने पहले भाषण में एक बार फिर कांग्रेस पर घोटालों के आरोप...
राज्य सभा में बोले अमित शाह- पकौड़े बनाना शर्म की बात नहीं

राज्यसभा में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अपने पहले भाषण में एक बार फिर कांग्रेस पर घोटालों के आरोप लगाया और कहा कि देश की जनता ने इन्हें हराया। आजादी के बाद पहली बार किसी गैर कांग्रेसी दल को पूर्ण बहुमत मिला। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह बहुमत मिला। यह मैनडेट बीजेपी को मिला। उन्होंने कहा कि बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला लेकिन हमने एनडीए को सरकार में शामिल किया।

शाह ने कहा, ‘सरकार ने जब कामकाज संभाला, तब सरकार के पास विरासत में क्या था? जिस प्रकार का गढ्ढा था, वो गढ्ढा भरने में ही सरकार का बहुत सारा समय गया है और गढ्ढा भरने के बाद इन उपलब्धियों को एक अलग नजरिये से देखें।‘

शाह ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी को एनडीए का नेता चुनाव गया तब उन्होंने कहा था कि यह सरकार गरीबों की सरकार को होगी। दलितों की सरकार होगी और दीन दयाल उपाध्याय के सिद्धांत पर चलेगी। अंत्योदल के सिद्धांत पर चलने वाली सरकार होगी।

बेरोजगारी से अच्छा पकौड़े बेचना

विपक्ष द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के पकौड़े बेचने वाले बयान का मजाक उड़ाने की तीखी आलोचना करते हुए शाह ने कहा ‘‘पकौड़े बनाना शर्म की बात नहीं, उनकी तुलना भिखारी से करना शर्म की बात है।’’ उल्लेखनीय है कि हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने एक साक्षात्कर में कहा था कि पकौड़े बेचने वाले को बेरोजगार नहीं कहा जा सकता है। विपक्ष ने उनके इस बयान का विरोध किया था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने इस पर कहा था कि अगर अगर पकौड़े बेचना रोजगार है तो भीख मांगना भी एक नौकरी है।

शाह ने सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि अंतिम नागरिक तक विकास पहुंचना चाहिए। यही सिद्धांत कहता है। 70 साल की आजादी के बाद 55 साल एक पार्टी का राज रहा और एक ही परिवार ने 50 साल राज किया। उन्होंने कहा कि इस दौरान 60 प्रतिशत लोगों के पास एक बैंक अकाउंट नहीं था।

शाह ने कहा कि देश को आगे ले जाने के लिए बीजेपी को मत मिला है। उन्होंने कहा कि 31 करोड़ जनधन खाते खुले और इन खातों में 75 हजार करोड़ रुपये आया। उन्होंने कहा कि 20 प्रतिशत से कम ऐसे खाते हो गए हैं जो जीरो बैलेंस हैं। पहले यह संख्या 77 प्रतिशत थी। शास्त्री जी के बाद पहली बार किसी पीएम ने संपन्न लोगों से अपील की और गरीबों के हित में कदम उठाए। करीब 1.37 करोड़ लोगों ने सब्सिडी छोड़ी।

इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसदों के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही अपराह्न् दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, सपा सांसदों ने उत्तर प्रदेश में पुलिस की गोलीबारी का विरोध करते हुए इस पर चर्चा की मांग की। 

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