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शाह ने कहा- मूर्ति तोड़ने वालों पर होगी कार्रवाई, माकपा ने पूछा, 'त्रिपुरा गवर्नर-राम माधव होंगे अरेस्ट'

मूर्ति तोड़ने की घटनाओं पर सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। त्रिपुरा में लेनिन और...
शाह ने कहा- मूर्ति तोड़ने वालों पर होगी कार्रवाई, माकपा ने पूछा, 'त्रिपुरा गवर्नर-राम माधव होंगे अरेस्ट'

मूर्ति तोड़ने की घटनाओं पर सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। त्रिपुरा में लेनिन और तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति गिराने की घटनाओं से जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत कर सख्त कार्रवाई के लिए कहा है। वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी इन घटनाओं की निंदा करते हुए  कहा कि  एक पार्टी के तौर पर हम इस प्रकार की घटनाओं का समर्थन नहीं करते हैं। अगर पार्टी का कोई भी व्यक्ति इन गतिविधियों में शामिल है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पीएम मोदी और शाह के इस प्रतिक्रिया के बाद माकपा का बयान आया है। माकपा की ओर से ट्वीट कर कहा गया है कि हमेशा की तरह प्रधानमंत्री के ये खोखले शब्द मात्र है। क्या वे त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय और भाजपा नेता राम माधव को गिरफ्तार करेंगे जिन्होंने लेनिन की मूर्ति गिराने को लेकर उत्तेजक बयान दिए थे।

माकपा ने प्रधानमंत्री से पूछा कि इन दोनों के खिलाफ क्या सख्त कार्रवाई की जा रही है।

वहीं सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने मूर्ति तोड़े जाने की घटना पर कहा है कि यह संघ की विरासत है जिसके बारे में हम सभी जानते हैं। गांधी की हत्या से लेकर बाबरी मस्जिद गिराने के मामले में ये होता आया है।

बता दें कि लेनिन की मूर्ति गिराने के बाद राम माधव ने ट्वीट करते हुए लिखा था,”लोग लेनिन की मूर्ति गिराए जाने की चर्चा कर रहे हैं, रूस नहीं ये त्रिपुरा है, चलो पलटाई।” दरअसल त्रिपुरा चुनाव के दौरान भाजपा ने चलो पलटाई का नारा दिया था।

सीपीआई ने राज्यपाल तथागत रॉय के भी एक कथित ट्वीट का स्क्रीनशॉट साझा किया। जिसमें उन्होंने लिखा है कि यदि एक सरकार ने गलती की है तो दूसरी सरकार सुधार सकती है।

त्रिपुरा में भाजपा की जीत के बाद से तोड़-फोड़, झड़प और हिंसा का दौर शुरू हो गया है। इस घटना के लिए सीपीआई(एम) भाजपा को जिम्मेदार ठहरा रही है, तो वहीं भाजपा ने कहा है कि हिंसा का सहारा लेना उसकी परंपरा नहीं है। इसके अलावा मूर्ति तोड़ने की सियासत भी अपने चरम पर है। त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति, तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति उसके बाद अब बुधवार सुबह करीब 8 बजे  पं. बंगाल की राजधानी कोलकाता के कालीघाट में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा खंडित कर दी गई है। साथ ही उनकी मूर्ति पर कालिख भी पोत दी गई। इसे लेकर गृहमंत्रालय ने राज्यो को कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं।

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