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नायब सिंह सैनी ने कांग्रेस पर निशाना साधा, उसे ‘दलित विरोधी’ पार्टी बताया

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मंगलवार को कहा कि वह ‘‘दलित...
नायब सिंह सैनी ने कांग्रेस पर निशाना साधा, उसे ‘दलित विरोधी’ पार्टी बताया

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मंगलवार को कहा कि वह ‘‘दलित विरोधी’’ पार्टी है और राज्य के दलितों को यह याद दिलाने की जरूरत नहीं है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा का शासन उनके लिए कितना ‘‘खतरनाक’’ तथा ‘‘हिंसक’’ था।

सैनी ने कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान से दूर रहीं पार्टी की नेता कुमारी सैलजा के संदर्भ में यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बी आर आंबेडकर से लेकर एक दलित महिला नेता तक हर किसी को अपमानित और तिरस्कृत किया है।

उनकी इस टिप्पणी से एक दिन पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को ‘‘दलित विरोधी’’ पार्टी करार देते हुए कहा था कि उसने कुमारी सैलजा और अशोक तंवर जैसे दलित नेताओं का ‘‘अपमान’’ किया है।

सैनी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जिनके पैरों में सालों तक नाल ठोंकी गयी हो, उनसे लोहे का स्वाद नहीं पूछते। हरियाणा के दलितों को यह बताने की जरूरत नहीं है कि कांग्रेस और हुड्डा का शासन दलितों के लिए कितना खतरनाक और हिंसक था, जिसके डरावने सपने उन्हें आज भी आते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दलित उत्पीड़न के सभी मामलों में हुड्डा सरकार की साफ मिलीभगत थी या मौन समर्थन था।’’ उन्होंने राज्य में कांग्रेस सरकार के दौरान गोहाना और मिर्चपुर की घटनाओं का भी जिक्र किया।

सैनी ने कहा, ‘‘महज एक कुत्ते के भौंकने पर मिर्चपुर में उस दलित बेटी को जिंदा जला दिया गया जो अधिकारी बनने वाली थी। वह खौफनाक मंजर चाहे गोहाना हो या मिर्चपुर या भगाना, कैलेंडर में से सारी काली तारीखें हुड्डा के राज के समय की ही मिलेंगी।’’

गोहाना की घटना में गांव के एक दलित के एक हत्या मामले में शामिल होने के संदेह पर दलितों के कुछ घरों को आग लगा दी गयी थी।

मिर्चपुर घटना में 21 अप्रैल 2010 को ग्रामीणों के एक समूह ने दलितों के 12 से अधिक घरों को कथित तौर पर आग के हवाले कर दिया था। इस घटना में एक किशोरी और उसके पिता की जलकर मौत हो गयी थी।

सैनी ने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस का आचरण ही दलित विरोधी है। इन्होंने बाबा साहब आंबेडकर से लेकर बाबू जगजीवन राम, सीताराम केसरी, अशोक तंवर और अब एक दलित महिला नेत्री तक सभी को अपमानित और तिरस्कृत किया है।’’

माना जा रहा है कि सैलजा इस बात से नाराज हैं कि पार्टी ने उनके धुर विरोधी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को टिकट वितरण में खुली छूट दे दी, क्योंकि टिकट पाने वाले ज्यादातर उम्मीदवार हुड्डा के करीबी माने जाते हैं।

राज्य की 17 आरक्षित (एससी) सीटों में से अधिकतर पर हुड्डा के करीबी लोगों को टिकट मिला है। भाजपा सैलजा को अपनी पार्टी में शामिल होने का प्रस्ताव दे चुकी है लेकिन सैलजा ने कहा है कि वह ‘‘कांग्रेसी’’ हैं।

सैनी ने आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस नेता राहुल गांधी विदेशी धरती से खुलेआम कहते हैं कि दलितों और वंचितों का आरक्षण खत्म करना है। दरअसल ये उनकी पुरानी वंशानुगत मानसिकता है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इनका काम ही है बहका कर वोट लो और बाद में खुलकर अत्याचार करो। दबंगई और दहशत ये कांग्रेस के हथियार हैं, जिनसे सबसे ज्यादा पीड़ित हमारा दलित समाज ही है।’’

राहुल गांधी ने अमेरिका में जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस पार्टी आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब भारत में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे और फिलहाल भारत में ऐसी स्थिति नहीं है।

हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान पांच अक्टूबर को होगा तथा मतगणना आठ अक्टूबर को होगी।

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