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एक होंगे भारत-पाक-बांग्लादेश, बनेगा अखंड भारत: राम माधव

भाजपा महासचिव राम माधव ने कहा है कि आरएसएस का मानना है कि भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश एक दिन सहमति से एक होंगे और अखंड भारत का निर्माण होगा। ऐसा युद्ध के माध्यम से नहीं बल्कि सद्भावना के जरिये होगा।
एक होंगे भारत-पाक-बांग्लादेश, बनेगा अखंड भारत: राम माधव

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) से भाजपा में आए माधव ने टीवी चैनल अल जजीरा को दिए इंटरव्‍यू में यह बयान दिया। उनका का यह बयान ऐसे समय आया जब पीएम नरेंद्र मोदी अचानक से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मिलने लाहौर पहुमच गए। राम माधव ने दोहा के अल जजीरा से बातचीत में कहा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को अब भी विश्वास है कि ये हिस्से, जो 60 साल पहले ऐतिहासिक कारणों से अलग हो गए थे, लोकप्रिय सद्भावना के माध्यम से फिर एक होंगे और एक अखंड भारत बनेगा। भाजपा महासचिव ने कहा, बतौर आरएसएस सदस्य, मैं भी इस दृष्टिकोण को लेकर चलता हूं।

हालांकि माधव ने स्पष्ट किया, इसका यह मतलब नहीं है कि हम किसी देश के खिलाफ जंग छेड़ेंगे, हम किसी देश को अपने में मिला लेंगे। बिना युद्ध के आपसी सहमति से यह हो सकता है। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की क्रिसमस के दिन पाकिस्तान की अचानक यात्रा से पहले संभवत: लंदन में रिकार्ड हुआ और उसे शुक्रवार की रात प्रसारित किया गया। मोदी ने शुक्रवार रात लाहौर में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से भेंट की। आरएसएस के प्रचारक रह चुके माधव ने कहा कि भारत ऐसा भूखंड है जहां एक खास जीवनशैली, खास संस्कृति या सभ्यता का पालन किया जाता है। हालांकि राम माधव ने इस बातचीत के बारे में ट्विट पर जानकारी दी कि यह बातचीत 7 दिसंबर को रिकॉर्ड की गई थी, इसके प्रसारण का समय महज एक इत्तेफाक है।  

उन्होंने कहा, हम उसे हिंदू कहते हैं, क्या आपको उससे कोई परेशानी है? भारत की एक संस्कृति है। हम एक संस्कृति हैं, हम एक हैं, हम एक राष्ट्र हैं। माधव ने कहा कि आरएसएस की विचाराधारा भारत की सर्वोच्चता के लिए है और यह संगठन न तो फासीवादी है और न ही आक्रामक। लेखकों और बुद्धिजीवियों द्वारा पुरस्कार वापसी पर उन्होंने कहा कि महज चंद लोग पूरे देश के दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व नहीं करते, बुद्धिजीवियों की एक एक बहुत बड़ी जमात है जो इसका (पुरस्कार वापसी का) समर्थन नहीं करती। भाजपा नेता ने कहा कि वे सरकार को बदनाम करने और भारत की छवि खराब करने के लिए ऐसा कर रहे हैं और विरोध प्रदर्शन का उनका यह तरीका गलत है।

 

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