लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी हो गया है। वहीं इसे लेकर दोनों दलों के बीच आरोप और प्रत्यारोप भी तेज है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी के संकल्प पत्र पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा का संकल्प पत्र बंद कमरे में बना है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा कि एक ओर कांग्रेस का घोषणापत्र लोगों से बात करके बना था, तो वहीं भाजपा का संकल्प पत्र बंद कमरे में बना है। इसमें एक अलग-थलग आदमी की आवाज है, जो कम दूरदर्शी और घमंड से भरा है।
इससे पहले भाजपा के 'संकल्प पत्र' को 'झूठ का गुब्बारा' करार देते हुए दावा किया कि अब इनके हथकंडे चलने वाले नहीं हैं क्योंकि देश की जनता इन्हें पहचान चुकी है।
‘भाजपा का घोषणा पत्र झूठ का गुब्बारा’
पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने कहा कि अब यह 'झूठ बनाम न्याय' का चुनाव है।
पटेल ने संवाददाताओं से कहा, 'कांग्रेस के घोषणा पत्र में जनता है और भाजपा के घोषणापत्र में 'मैं ही में हूं' है। उनका घोषणा पत्र झूठ का गुब्बारा है। झूठ बनाम न्याय है।' उन्होंने कहा, 'इनको माफीनामा जारी करना चाहिए था क्योंकि इन्होंने पांच साल में कोई काम नहीं किया। ये जो वादा करते हैं उसे कभी नहीं निभाते। देश की जनता इनको अच्छी तरह पहचान गयी है। असल में इनको अपने काम का हिसाब देना चाहिए।'
'मोदी जी का मूल मंत्र 'झांसे से फांसो' है: रणदीप सुरजेवाला
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया, 'मोदी जी का मूल मंत्र 'झांसे से फांसो' है। इन जनता पर भरोसा कैसे करे? यह घोषणा पत्र नहीं 'झांसा पत्र' है।' उन्होंने तंज कसते हुए कहा, 'इस बार फिर झांसा पत्र तैयार, हो जाओ जाने के लिए तैयार, झोला उठा के चलने हो को जाओ तैयार।'
भाजपा ने सोमवार को जारी किया था अपना घोषणापत्र
दरअसल, लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने सोमवार को 'संकल्प पत्र' के नाम से अपना घोषणापत्र जारी किया। इसमें भाजपा ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर जोर देने के साथ आतंकवाद के खिलाफ 'जीरो टॉलरेन्स' की प्रतिबद्धता दोहराई है। इसके साथ ही 60 साल की उम्र के बाद किसानों और छोटे दुकानदारों को पेंशन देने सहित कई एलान किए हैं।