Advertisement

अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस बंटी, सिंधिया, देवड़ा और दीपेंद्र हुड्डा ने हटाने का किया समर्थन

जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35A हटाने और राज्य पुनर्गठन के मसले पर कांग्रेस दो हिस्सों में बंटती नजर आ रही...
अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस बंटी, सिंधिया, देवड़ा और दीपेंद्र हुड्डा ने हटाने का किया समर्थन

जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35A हटाने और राज्य पुनर्गठन के मसले पर कांग्रेस दो हिस्सों में बंटती नजर आ रही है। राज्यसभा में जहां कांग्रेस ने केन्द्र सरकार के फैसले का विरोध किया है। वहीं कांग्रेस के कई नेताओं ने सरकार का समर्थन किया है। मध्य प्रदेश के ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरियाणा के दीपेंद्र हुड्डा, महाराष्ट्र के मिलिंद देवड़ा से लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता जनार्दन द्विवेदी तक कई नेताओं ने अनुच्छेद 370 को हटाने का समर्थन किया है।

सिंधिया ने ट्वीट कर कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर और लद्दाख पर उठाए गए कदम का समर्थन करता हूं। अच्छा होता कि संवैधानिक प्रक्रिया का पालन होता। तब कोई सवाल नहीं उठता। फिर भी यह हमारे देश के हित में है और मैं इसका समर्थन करता हूं।

दीपेंद्र हुड्डा, मिलिंद देवड़ा ने किया समर्थन

कांग्रेस के पूर्व सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस अनुच्छेद को लेकर ट्वीट किया कि 21वीं सदी में इसकी कोई जगह ही नहीं है। हालांकि कुछ देर बाद उन्होंने अपना यह ट्वीट हटा लिया। अपने इस ट्वीट के साथ उन्होंने एक अखबार की पुरानी खबर भी ट्वीट की थी, जिसमें उनके हवाले से 370 हटाने की वकालत की गई थी। वहीं जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि इस फैसले के साथ देश ने पुरानी गलती सुधारी है।

दीपेंद्र हुड्डा ने ट्वीट किया था, 'मेरी व्यतिगत राय रही है कि 21वी सदी में अनुच्छेद 370 का औचित्य नहीं है और इसको हटना चाहिए। ऐसा सिर्फ देश की अखंडता के लिए ही नही, बल्कि जम्मू-कश्मीर जो हमारे देश का अभिन्न अंग है, के हित में भी है। अब सरकार की यह जिम्मेदारी है की इस का क्रियान्वयन शांति व विश्वास के वातावरण में हो।'

अनुच्छेद 370 हटाकर ऐतिहासिक गलती सुधारी गई: जनार्दन द्विवेदी

वरिष्ठ कांग्रेस नेता जनार्दन द्विवेदी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और राज्य को दो केंद्रशासित क्षेत्रों में बांटने के केंद्र सरकार के कदम का समर्थन किया और अपनी पार्टी के रुख के विपरीत राय रखते हुए कहा कि सरकार ने एक ‘‘ऐतिहासिक गलती’’ सुधारी है। द्विवेदी ने कहा कि यह राष्ट्रीय संतोष की बात है कि स्वतंत्रता के समय की गई गलती को सुधारा गया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत पुराना मुद्दा है। स्वतंत्रता के बाद कई स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नहीं चाहते थे कि अनुच्छेद 370 रहे। मेरे राजनीतिक गुरु राम मनोहर लोहिया शुरू से ही अनुच्छेद 370 का विरोध करते थे। मेरे व्यक्तिगत विचार से तो यह एक राष्ट्रीय संतोष की बात है।’’

अपने वैचारिक मतभेदों को किनारे रखना चाहिए: देवड़ा

राहुल गांधी के विश्वस्त माने जाने वाले मिलिंद देवड़ा ने भी ट्वीट कर कहा कि दुर्भाग्य से आर्टिकल 370 के मसले को लिबरल और कट्टर की बहस में उलझाया जा रहा है। पार्टियों को अपने वैचारिक मतभेदों को किनारे कर भारत की संप्रभुता, कश्मीर शांति, युवाओं को रोजगार और कश्मीरी पंडितों के लिए न्याय के लिहाज से सोचना चाहिए।

'मैं एक हिंदुस्तानी हूं'

कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के साथ ही रायबरेली से विधायक अदिति सिंह ने भी पार्टी के रुख से इतर अपनी राय रखी है। ट्विटर पर अदिति सिंह ने हैशटैग आर्टिकल 370 के साथ 'युनाइटेड वी स्टैंड, जय हिंद' लिखा। इस पर एक ट्विटर यूजर ने उनसे सवाल दागा कि आप तो कांग्रेसी हैं, जिसके जवाब में उन्होंने लिखा, 'मैं एक हिंदुस्तानी हूं'।

क्या है मामला

गौरतलब है कि सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने संबंधी अनुच्छेद 370 समाप्त करने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर तथा लद्दाख में विभाजित करने का फैसला किया है। इससे संबंधित दो संकल्पों और एक विधेयक को लोकसभा और राज्यसभा से मंजूरी मिल चुकी है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad