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देश जलता रहे, लेकिन मोदी को सिर्फ फिर से पीएम बनने की चिंता: राहुल गांधी

संविधान एवं दलितों पर कथित हमलों के मुद्दों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को...
देश जलता रहे, लेकिन मोदी को सिर्फ फिर से पीएम बनने की चिंता: राहुल गांधी

संविधान एवं दलितों पर कथित हमलों के मुद्दों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को ‘संविधान बचाओ’ अभियान की शुरुआत की। इस मौके पर राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर कई मुद्दों को लेकर निशाना साधा। उन्होंने देश में महिलाओं और बच्चियों पर बढ़ रहे अपराधों को लेकर कहा कि अब  मोदी जी नया नारा देंगे - "बेटी बचाओ, बीजेपी के लोगों से बचाओ"।

दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ‘संविधान बचाओ’ अभियान की शुरुआत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जब भी बीजेपी और आरएसएस इस समाज के कमजोर और दलित लोगों पर हमला करेंगे कांग्रेस पार्टी उनके हितों की रक्षा करेगी। उन्होंने कहा कि इस देश में दलितों, गरीबों, महिलाओं की रक्षा ये संविधान करता है। और इस संविधान को अंबेडकर जी ने और कांग्रेस पार्टी ने लिखा और हिंदुस्तान को दिया।

मोदी को सिर्फ फिर से प्रधानमंत्री बनने की चिंता सता रही है

इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बच्चियों से बलात्कार की हालिया घटनाओं, दलितों पर कथित अत्याचार, बैकिंग क्षेत्र में धोखाधड़ी और ‘राफेल घोटाले’ को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि देश जल रहा है, लेकिन मोदी को सिर्फ फिर से प्रधानमंत्री बनने की चिंता सता रही है। राहुल ने मोदी सरकार में विदेश में देश की छवि धूमिल होने का आरोप लगाया और कहा कि पिछले 70 वर्षों में किसी भी प्रधानमंत्री के कार्यकाल में ऐसी स्थिति नहीं रही। 

राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और अंबेडकर जी ने संविधान को लिखा और देश को दिया, जो भी संवैधानिक बॉडी हैं, चाहे लोकसभा हो, राज्यसभा और आईआईटी हो यह सब हमारे संविधान ने दिया है। संविधान के बिना न लोकसभा, न राज्यसभा बनते और न ही आईआईटी और न ही बेंगलुरु बनता।

संसद में मेरे सामने 15 मिनट भी खड़े नहीं हो पाएंगे मोदी

राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती देते हुए कहा, 'चाहे वह नीरव मोदी, ललित मोदी और राफेल सौदे का मामला हो। पीएम मोदी संसद में खड़े होने से घबड़ाते हैं। राफेल सौदे पर मोदी जी के सामने मुझे 15 मिनट बोलने दिया जाए तो वह मेरे सामने खड़े नहीं हो पाएंगे।'

पीएम मोदी दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है

कांग्रेस अध्यक्ष ने इस अभियान की शुरुआत करते हुए स्टेडियम में मौजूद हजारों लोगों को संबोधित करते हुए दलितों-आदिवासियों के सवाल पर पीएम मोदी पर जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी ने अपनी किताब ‘कर्मयोग’ में मैला ढोने की प्रथा को सही ठहराया है और वाल्मीकी समाज के लिए इसे आध्यात्मिक अनुभव करार दिया है। यह पीएम को दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।”

नरेन्द्र मोदी की दिलचस्पी सिर्फ नरेन्द्र मोदी में है

राहुल गांधी ने पीएम मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी की दिलचस्पी सिर्फ नरेन्द्र मोदी में है और चुनाव जीतने पर ही उनका सारा ध्यान है। उन्होंने आगे कहा, “हमारे संविधान ने हमें हमारी संस्थाएं दी थीं। मोदी सरकार आरएसएस की विचारधारा के लोगों को इन संस्थानों पर काबिज कर इन्हें ध्वस्त कर रही है।” 

पीएम मोदी संसद में खड़े होने से घबराते हैं

हमारे सभी संस्थान में आरएसएस के विचारधारा वाले लोगों को डाला जा रहा है। पहली बार हिंदुस्तान के इतिहास में हुआ है कि चार जज जनता के पास जाकर न्याय मांग रहे हैं। हमेशा जनता जज के पास जाती है, मगर यहां उल्टा हो रहा है। ससंद को बंद कर रखा है। पीएम मोदी संसद में खड़े होने से घबराते हैं।

पीएम मोदी के दिल में दलितों और महिलाओं लिए जगह नहीं

राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब हर कोई जान गया है कि पीएम मोदी के दिल में दलितों, महिलाओं, कमजोरों के लिए कोई जगह नहीं है।

2019 में देश मोदी को अपने मन की बात बताएगाी

इस दौरान राहुल गांधी ने कहा, 'देश के प्रधानमंत्री सिर्फ अपने मन की बात सुनते हैं। वह किसी को बोलना देना नहीं चाहते। वे जेटली जी को, गडकरी जी को बोलना देना नहीं चाहते। वे कहते हैं सिर्फ मेरे मन की बात सुनो। मैं कहता हूं कि 2019 के चुनाव में देश की जनता मोदीजी को अपने मन की बात बताएगी'। साथ ही, राहुल ने ये भी कहा, हम भाजपा और आरएसएस को हमारे संविधान को नष्ट करने की अनुमति नहीं देंगे।

दलितों के बीच अपनी पैठ बढ़ाने के लिए कांग्रेस ने की इस अभियान की शुरूआत

2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले दलित समुदाय के बीच अपनी पैठ बढ़ाने के प्रयास के तहत कांग्रेस ने यह अभियान शुरू किया है। इसकी शुरुआत के मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह , पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद , मल्लिकार्जुन खड़गे और सुशील कुमार शिंदे शामिल हो सकते हैं। 

कांग्रेस के वर्तनमान एवं पूर्व सांसद, जिला परिषदों, नगरपालिकाओं और पंचायत समितियों में पार्टी के दलित समुदायों के प्रतिनिधि और पार्टी की स्थानीय इकाइयों के पदाधिकारी भी इसमें भाग लेंगे। पार्टी के एक नेता ने कहा, ‘भाजपा सरकार में संविधान खतरे में है। दलित समुदाय को शिक्षा और नौकरियों में अवसर नहीं मिल रहे हैं। इस अभियान का मकसद इन मुद्दों को राष्ट्रीय स्तर पर उठाना है।’ 

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