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सीएम योगी को लिखे पत्र में भाजपा विधायक ने हत्या की साजिश, भ्रष्टाचार के आरोप लगाए

गाजियाबाद जिले के लोनी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर फिर चर्चाओं में हैं।...
सीएम योगी को लिखे पत्र में भाजपा विधायक ने हत्या की साजिश, भ्रष्टाचार के आरोप लगाए

गाजियाबाद जिले के लोनी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर फिर चर्चाओं में हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा गया उनका पत्र चर्चाओं में है। पत्र मंे उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने राजनीतिक षड्यंत्र के तहत भ्रष्ट अधिकारियों और पार्टी के ही कुछ नेताओं के बीच गठजोड़ का आरोप लगाते हुए उन पर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। उन्होंने अपनी हत्या का षड्यंत्र रचने का भी आरोप लगाया है। उधर, भाजपा ने लोनी विधायक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही उनसे एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जवाब देने को कहा गया है।
लोनी विधायक ने कहा- मुझे आजीवन जेल में डाल दो
लोनी के विधायक ने यहां तक कह दिया है कि उन पर ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया जाए, जिससे वह आजीवन जेल में रहें। इससे भ्रष्ट नेता और अधिकारी प्रदेश और उनके क्षेत्र की जनता को लूट सकेंगे। अगर वह बाहर रहेंगे तो वह इन नेताओं और अफसरों का विरोध करते रहेंगे।
टिकट वितरण में भ्रष्टाचार की शिकायत
पत्र में उन्होंने लिखा है कि संगठन के बड़े नेताओं ने विधानसभा चुनावों में टिकट दिलाने के नाम पर दूसरे दल के एक नेता से छह करोड़ रुपए ले लिए थे। इस बारे में उन्होंने सबूत के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सहित अन्य पदाधिकारियों को अवगत कराया था, उसके बाद पार्टी ने उन्हें टिकट दिया था। इसके बाद दूसरी पार्टी के इस नेता को जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाने का वादा किया था, लेकिन यह भी नहीं हुआ। तो उसने इन लोगों से पैसे वापस करने को कहा। इस पर भाजपा नेताओं ने नगर पालिका चुनाव के प्रत्याशी से टिकट देकर प्राप्त पैसा उस प्रत्याशी को लौटकर शांत किया। इससे खफा होकर ये पार्टी पदाधिकारी लगातार उनके खिलाफ षड्यंत्र रचकर छवि खराब कर रहे हैं।
बड़े पदाधिकारी पर पक्षपात का आरोप
पत्र में उन्होंने कहा है कि उन्हें विधानसभा टिकट मिलने के बाद भी इन लोगों ने मेरी जमानत जब्त होने की बात कही, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था, लेकिन वह रिकॉर्ड मतों से जीत गए। पूर्व में भी संगठन के बड़े पदाधिकारी ने भाजपा के जिलाध्यक्ष चुनाव में अपने करीबी को उन्हें हटाकर जिलाध्यक्ष बना दिया था। लेकिन उन्होंने इसकी शिकायत नहीं की। विधानसभा चुनाव में पार्टी के जिलाध्यक्ष ने पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सतपाल सिंह को भी प्रचार के लिए नहीं आने दिया।
हत्या की दो बार साजिश
उन्होंने पत्र में कहा है कि इससे पहले एक माफिया से मिलकर पार्टी नेता ने मेरी हत्या कराने के लिए हत्यारों को 30 लाख की सुपारी दी थी। इसका खुलासा बागपत जिला के चांदीनगर थाना पुलिस द्वारा पकड़े गए अपराधियों ने तत्कालीन थानाध्यक्ष धर्मेंद्र पंवार के समक्ष किया था। इस बारे में उन्होंने मुख्यमंत्री और जिले के अधिकारियों को भी शिकायती पत्र दिया था। पिछले दिनों भी दो बार उन पर जानलेवा हमला हुआ, जिसमें वह बाल-बाल बच गए। हाल ही में खनन माफिया के खिलाफ उनके द्वारा कार्रवाई करवाए जाने के बाद उनके साथ सांठगांठ करके इन लोगों ने उनकी हत्या की सुपारी डासना जेल में बंद एक बड़े अपराधी को दी थी। इसकि जानकारी मिलने पर उन्होंने डीजीपी को अवगत कराया था।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी का मामला
उन्होंने लोनी के खाद्य सुरक्षा अधिकारी आशुतोष सिंह के मामले का जिक्र करते हुए कहा है कि उसने उन्हें फंसाने की धमकी दी थी। लोनी में अवैध मांस की अवैध दुकानों, लाइसेंस शुल्क में गड़बड़ी शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय में किए जाने पर वह नाराज हो गया था और उन्हें फंसाने की धमकी दी थी। इसके बाद उनके खिलाफ खाद्य सुरक्षा अधिकारी के साथ मारपीट का मुकदमा दर्ज हो गया।

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