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कांग्रेस के सत्ता लालच से डगमगा रहा ‘इंडिया’ गठबंधन, लोकसभा में सहयोगियों ने नहीं दिया साथ: भाजपा

कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को दावा किया कि देश...
कांग्रेस के सत्ता लालच से डगमगा रहा ‘इंडिया’ गठबंधन, लोकसभा में सहयोगियों ने नहीं दिया साथ: भाजपा

कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को दावा किया कि देश में 1975 में आपातकाल लागू करने के मुद्दे पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की ओर से लाए गए प्रस्ताव के खिलाफ विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रमुख घटक दलों के सदस्य उनकी पार्टी के विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए।

केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी ने यह आरोप भी लगाया कि ‘‘सत्ता की भूख’’ के लिए कांग्रेस ने देश पर आपातकाल लगाया था और गांधी परिवार की इसी ‘‘सत्ता की भूख’’ के कारण ‘इंडिया’ गठबंधन की नैया डगमगा रही है।

‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ यानी ‘इंडिया’ गठबंधन को भाजपा के नेता अकसर ‘इंडी’ गठबंधन कहते हैं। 

लोकसभा अध्यक्ष के रूप में अपने चुनाव के तुरंत बाद बिरला ने आपातकाल लगाने की निंदा करते हुए निचले सदन में एक प्रस्ताव पढ़ा और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के निर्णय को संविधान पर हमला करार दिया।

लोकसभा अध्यक्ष द्वारा आपातकाल का जिक्र किए जाने पर निचले सदन के पहले सत्र में सरकार और विपक्ष के बीच टकराव भी देखने को मिला।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जैसे ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आपातकाल पर निंदा प्रस्ताव रखा, वैसे ही कांग्रेस के लोग खड़े हो गए और हो-हल्ला करने लगे। कांग्रेस के लोग भाग रहे थे, लेकिन समाजवादी पार्टी के लोग बैठे हुए थे। राहुल गांधी उठें या न उठें, चिल्लाएं या न चिल्लाएं, वो एक बार अखिलेश जी को देखें और एक बार अपने लोगों को देखें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह परिस्थिति तब होती है, जब आप अन्यायी होते हैं और न्यायवान दिखने की कोशिश करते हैं।’’

पात्रा ने दावा किया कि यह स्थिति इसलिए निर्मित हुई क्योंकि समाजवादी पार्टी (सपा), द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सदस्य उनकी (राहुल गांधी) पार्टी के प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए।

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के सदस्य आसन के पास विरोध कर रहे थे और हंगामा कर रहे थे जबकि सपा, द्रमुक और टीएमसी के सदस्य अपनी सीटों से खड़े होकर शांतिपूर्वक खड़े थे। उन्हें देखकर आखिरकार राहुल गांधी को भी अपनी सीट से खड़ा होना पड़ा।’’

पात्रा ने कहा, ‘‘याद कीजिए वो समय जब इंदिरा गांधी के मन में सत्ता की भूख थी। सत्ता की भूख के लिए कांग्रेस ने देश पर आपातकाल लगाया था और गांधी परिवार की यही सत्ता की भूख ‘इंडी’ अलायंस को डगमगा रही है।’’

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जानते हैं कि उनकी दादी और उनके परिवार ने गलती की है लेकिन उन्हें सिर्फ सत्ता हासिल करने की चिंता है।

पात्रा ने संवेदनशील होने और आपातकाल के दौरान जान गंवाने वालों की याद में मौन रखने के लिए तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक और लोकसभा के अन्य सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया।

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