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क्या अाडवाणी की तरह जेटली भी इस्तीफा दें?

डीडीसीए विवाद में वित्‍त मंत्री अरुण जेटली को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक अहम बयान आया है। जेटली के लिए मजबूत समर्थन दिखाते हुए भाजपा संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह से हवाला केस में लालकृष्ण आडवाणी पाक साफ होकर निकले थे उसी तरह से इस मामले में जेटली बेदाग बरी होंगे। पीएम के इस बयान के बाद जेटली पर विपक्ष के हमले और तेज हो गए है। कांग्रेस समेत वाम दलों की ओर से भी कहा जा रहा है कि पीएम मोदी, जेटली को भी आडवाणी की तरह ही इस्तीफा देने का संकेत दे रहे हैं।
क्या अाडवाणी की तरह जेटली भी इस्तीफा दें?

पीएम के बयान की खबर मिलते ही कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने सवाल उठा दिया कि जिस तरह से हवाला मामले में आडवाणी ने इस्तीफा दिया था। क्या उसी तरह से जेटली भी इस्तीफा देंगे? सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे पर चर्चा छिड़ गई है कि क्या प्रधानमंत्री ने अडवाणी का उदहारण देकर जेटली को कोई संकेत दिया है। राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने संवाददाताओं से कहा, आज मैंने प्रधानमंत्री को यह कहते सुना कि जेटली उसी तरह से पाक साफ साबित होंगे जैसे लाल कृष्ण आडवाणी जैन हवाला मामले में बेदाग साबित हुए थे। मैं जेटली को याद दिलाना चाहूंगा कि आडवाणी ने तब इस्तीफा दे दिया था और उच्चतम न्यायालय में बेदाग साबित नहीं होने तक वापस नहीं आए थे। 

मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हवाला मामले में लालकृष्ण आडवाणी का उदाहरण देते हुए संकेत दिया है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली को इस्तीफा दे देना चाहिए। खुद को पाक-साफ साबित करना चाहिए और फिर वापसी करनी चाहिए। मैं इसे जेटली को मिले इस संकेत के तौर पर देखता हूं कि आप भी वही करिए। हालांकि भाजपा ने ऐसे दावों को फौरन ही खारिज कर दिया। भाजपा सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा, आडवाणी और जेटली के बीच कोई तुलना नहीं है। सीबीआई ने एक मामला दर्ज किया और आडवाणी ने नैतिक आधार पर संसद की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। जेटली के खिलाफ कोई आपराधिक जांच नहीं है। विपक्ष ने जो आरोप लगाए हैं उसके समर्थन में कोई साक्ष्य नहीं है।

पीएम द्वारा आडवाणी से तुलना के बाद जेटली की मुश्किलें कम होने के बजाय बढ़ सकती हैं। सन् 1996 में जैन बंधुओं की डायरी और हवाला केस में नाम आने के बाद आडवाणी ने संसद से इस्तीफा दे दिया था और बेदाग होकर ही संसद में वापस लौटे थे। क्या पीएम मोदी जेटली से भी इसी तरह का कदम उठवाना चाहते हैं? जेटली के मुद्दे पर बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद भी आप और कांग्रेस के लिए अहम हथियार बने हुए हैं। डीडीसीए में कथित घोटाले का आरोप लगाने वाले कीर्ति आजाद आज बीजेपी संसदीय दल की बैठक से भी नदारद रहे।

जाने-माने वकील और भाजपा सांसद राम जेठमलानी ने पीएम के बयान पर कहा कि हवाला मामले में लालकृष्ण आडवाणी उनकी वजह से बेदाग साबित हुए थे क्योंकि उन्होंने आडवाणी के लिए केस लड़ा था। लेकिन इस बार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दायर मानहानि के मामले में वह वित्त मंत्री अरूण जेटली के खिलाफ केस लड़ेंगे।  

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