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मैगजीन
28 नवंबर 2022 | Nov-28-2022

आवरण कथा/भारत जोड़ो यात्रा: राजनीति का उत्तरायण

यात्रा चलती जा रही है और यात्री जुड़ते जा रहे हैं, इस सफर में राहुल गांधी कितने बदलते हैं, उनके सोच-समझ में कितना परिष्कार होता है और लोगों में वे कैसी छवि बना पाते हैं, इसकी परीक्षा जल्दी ही होगी, यकीनन 2024 के आम चुनावों में

हरिमोहन मिश्र

14 नवंबर 2022 | Nov-14-2022

आवरण कथा/सेलेब्रेटी टीचर: मॉडर्न गुरु नाम-दाम से मालामाल

ऑनलाइन पढ़ाई के माहिर स्टार टीचरों की नई जमात ने न सिर्फ ई-शिक्षा का आकर्षण बढ़ाया, बल्कि उन्हें खूब नाम-दाम कमाने को मौका दिया

राजीव नयन चतुर्वेदी

31 अक्टूबर 2022 | Oct-31-2022

80 पार के युवा//आवरण कथाः गहराते अंधेरे के सांध्य तारे

कुछ लोग अपने हुनर, जिजीविषा और प्रतिबद्धता से जीते जी मिसाल बन चुके हैं, उनकी जिंदगी की तहों में झांकना एक वृद्ध होते समाज के लिए प्रेरणादायक हो सकता है

अभिषेक श्रीवास्तव

17 अक्टूबर 2022 | Oct-17-2022

आवरण कथा/मीमः वायरल का नया फंडा

मीम की लोकप्रियता, उसके जरिये मार्केटिंग में कंपनियों, सितारों और राजनैतिक दलों की बढ़ती दिलचस्पी गवाह है कि आगे का दौर उसी का

राजीव नयन चतुर्वेदी

3 अक्टूबर 2022 | Oct-03-2022

2024 की चुनौतियां/आवरण कथा: अगली लड़ाई के मोर्चे खुले

अगले लोकसभा चुनावों की तैयारी में विपक्ष ने अपनी गोटियां सहेजनी शुरू की हैं तो भाजपा ने भी उन नए क्षेत्रों पर फोकस किया है जो उसके लिए अलंघ्य रहे हैं लेकिन भविष्य में सियासत की तस्वीर मैदानी स्थिति पर निर्भर है, कागजी आंकड़े पर नहीं

हरिमोहन मिश्र

19 सितंबर 2022 | Sep-19-2022

आवरण कथा/ बेहाल बॉलीवुडः सितारे अब जमीं पर

जब बड़े-बड़े सितारों की फिल्में एक-एक कर के औंधे मुंह गिर रही हैं, तब बॉलीवुड को क्या दक्षिण कोरियाई और दक्षिण भारतीय सिनेमा से सीखने की जरूरत

स्वाति बक्शी

5 सितंबर 2022 | Sep-05-2022

आजादी हीरक जयंती/पर्यावरण सेनानी: धरती कहे पुकार के...

आज चरम मौसमी घटनाओं, जैसे ग्लेशियरों के पिघलने, बादल फटने, सूनामी आने, बिजली गिरने, ऋतु-चक्र बदलने, वायरसों के प्रकोप और प्राणियों की असमय मौत में कुदरत के इस प्रतिशोध को हम रोज ही देख रहे हैं

अभिषेक श्रीवास्तव

22 अगस्त 2022 | Aug-22-2022

75 बरस आजादी/हिंदी फिल्में/आवरण कथा: लोकशाही का बाइस्कोप

आजादी के बाद बीते साढ़े सात दशक के दौरान हिंदी सिनेमा देश के राजनीतिक-सामाजिक सफर का हमकदम रहा है, उसकी दास्तां में इस देश का अक्स दिखता है, इतिहास, उत्थान-पतन और तकनीक से हासिल सहूलियतों पर एक नजर

वाणी त्रिपाठी

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