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भू-अधिग्रहण के खिलाफ खुदकुशी पर आमादा एक और 'गजेंद्र'

केंद्र व राज्‍यों की भाजपा सरकारों के खिलाफ भू-अधिग्रहण को लेकर किसानों का असंतोष बढ़ता जा रहा है। मोदी सरकार की भूमि अधिग्रहण्‍ा नीति को सबसे पहले लागू करने वाले राजस्‍थान में अजमेर हवाई अड्डे के लिए हुए भू-अधिग्रहण के खिलाफ किसान आंदोलन पर उतारू हैं। गुरुवार को रूप सिंह नाम का एक किसान विस्‍थापन और पूरा मुआवजा न मिलने के विरोध में पानी की टंकी पर जा चढ़ा और जान देने की धमकी देने लगा।
भू-अधिग्रहण के खिलाफ खुदकुशी पर आमादा एक और 'गजेंद्र'

अजमेर। देश के विभिन्‍न हिस्‍सों में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ विरोध-प्रदर्शनों का सिलसिला तेज हो रहा है। गुरूवार को अजमेर हवाई अड्डे के लिए भूमि अधिग्रहण के खिलाफ रूप सिंह नाम का एक प्रदर्शनकारी पानी की टंकी पर चढ़ गया और जान देने की चेतावनी देने लगा। गौरतलब है कि अजमेर में हवाई अड्डे के लिए किशनगढ़ तहसील के राठौड़ों की ढाणी और जाटली गांव से लोगों को विस्‍थापित किया जा रहा है। करीब चार घंटे तक ऊपर चढ़े रहने के बाद रूप सिंह नाम का यह व्‍यक्ति पानी की टंकी में जा गिरा। मौके पर पहुंची पुलिस उसे उतारकर अस्‍पताल ले गई है। 

 

प्रत्‍यक्षदर्शियों से मिली जानकारी के अनुसार, रूप सिंह की मां भी कुछ दिन पहले मानसिक संतुलन खो बैठी थी। आज वह भूमि अधिग्रहण के विरोध में गांव की पानी की टंकी पर चढ़ गया और जान देने की धमकी देता हुआ जोर-जोर से चिल्‍लाने लगा। बताया जाता है कि वह आज सुबह ही किशनगंज के तहसीलदार से मिलने गया था, जिसने उसे कह दिया कि जमीन के मुआवजे की शर्तों में अब कोई बदलाव नहीं होगा। जो हो गया सो हो गया, अब कुछ नहीं हो सकता। तहसीलदार की इस बात से उसे बड़ा झटका लगा, जिसके बाद वह गुस्‍से में पानी की टंकी पर चढ़ गया। बताया जाता है कि टंकी के ऊपर उसके पास मिट्टी के तेल की कैन भी है। 

 

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पीपुल्‍स यूनियन ऑफ सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) की महासचिव कविता श्रीवास्‍तव एवं कई अन्‍य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने राजस्‍थान के मुख्‍य सचिव सी. एस. राजन को पत्र को एक ज्ञापन भेजकर तुरंत मामले का संज्ञान लेने का अाग्रह किया है। कविता श्रीवास्‍तव ने आउटलुक को बताया कि यह बेहद गंभीर मामला है। लोगों की मानसिक स्थिति को लेकर लापरवाही नहीं बरती जा सकती। इसलिए उन्‍होंने जिलाधिकारी और राज्‍य के मुख्‍य सचिव से तुरंत विस्‍थापित की समस्‍या की उचित सुनवाई की मांग की है। 

 

क्‍या है मामला  

अजमेर जिले के किशनगढ़ क्षेत्र में सरकार द्वारा एयरपोर्ट का निर्माण करवाया जा रहा है। इसके लिए राज्‍य सरकार ने मदनगंज के निकटवर्ती गांवों राठौड़ों की ढ़ाणी, जाटली व सराना की लगभग 821 बीघा भूमि अवाप्त की गई है। सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण और मुआवजा में बड़े पैमाने पर धांधलियां सामने आ रही हैं। जिससे ग्रामीणों में गहरा रोष है और स्‍थानीय लोग 15 मार्च से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। मुआवजा में घोटाले तथा विस्थापन की आशंकाओं के चलते इन गांव में कम समय में ही 10 से अधिक मौतें हो चुकी हैं जबकि एक महिला मानसिक तौर पर विक्षिप्त हो गई है।

 

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