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जानें कौन है अखिलेश यादव के करीबी पुष्पराज जैन, जिनके घर आयकर विभाग ने की छापेमारी

शुक्रवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, सपा एमएलसी पुष्पराज जैन और पीयूष जैन के बीच फैली...
जानें कौन है अखिलेश यादव के करीबी पुष्पराज जैन, जिनके घर आयकर विभाग ने की छापेमारी

शुक्रवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, सपा एमएलसी पुष्पराज जैन और पीयूष जैन के बीच फैली कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए कन्नौज में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में इत्र कारोबारी और सपा एमएलसी पुष्पराज जैन भी मीडिया को संबोधित करने वाले थे। लेकिन प्रेस कांफ्रेंस शुरु होने से पहले ही आयकर विभाग ने उनके घर पर छापेमारी कर दी। हाल ही में वो चर्चा में तब आए थे जब उन्होंने समाजवादी इत्र बनाकर लांच किया।

बताया जा रहा है आईटी विभाग की टीम ने सुबह 7 बजे पुष्पराज के घर में छापेमारी की। अजीब इत्तेफाक यह है कि पीयूष जैन, जिनके यहाँ जांच विभाग ने छापेमारी कर करोड़ो की संपत्ति जब्त की है, पुष्पराज जैन भी उन्हीं की तरह इत्र कारोबारी हैं।

कन्नौज शहर में पुष्पराज को पम्पी के नाम से भी जाना जाता है। वो उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खास माने जाते हैं। 2016 में उन्होंने सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, और चुनाव जीत एमएलसी बने थे।

पीयूष जैन की तरह पुष्पराज का भी इत्र का कारोबार विदेशों में फैला हुआ है। पुष्पराज जैन, प्रगति अरोमा ऑयल डिस्टिलर्स प्राइवेट लिमिटेड के सहमालिक हैं। उनके पिता ने 1950 में इत्र का कारोबार शुरू किया था। पुष्पराज जैन के इत्र का कारोबार 12 से अधिक देशों में फैला हुआ है।

जांच एजेंसियों को पुष्पराज शक इसलिए हो रहा है क्योंकि ये भी इत्र एवं कंपाउंड कारोबारी पीयूष जैन के पड़ोसी हैं। इनका नाम पीयूष जैन के घर हुई छापेमारी के दौरान सामने आया है।

गौरतलब है कि पुष्पराज ने 9 नवंबर को अखिलेश यादव के साथ सपा के लिए समाजवादी परफ्यूम लॉन्च किया था।

पुष्पराज का जन्म 1956 में हुआ था। इनकी उम्र 64 वर्ष से ज्यादा की हैं। समाजवादी पार्टी से इनका जुड़ाव मुलायम सिंह यादव के समय में हुआ था, लेकिन पार्टी के लिए हमेशा वफादार रहने वाले पुष्पराज को एमएलसी का टिकट अखिलेश यादव ने दिया।

साल 2016 में दायर चुनावी हलफनामें के अनुसार,  पुष्पराज के पास 47 करोड़ की चल-अचल संपति है। बता दें कि पुष्पराज जैन ने कक्षा 12वीं तक पढ़ाई की है और मार्च 2022 में उनका एमएलसी कार्यकाल खत्म हो रहा है।

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