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सीबीआई vs कोलकाता पुलिस: गहराया विवाद, ममता बनर्जी धरने पर

पश्चिम बंगाल में एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की ममता बनर्जी सरकार के बीच टकराव देखने को...
सीबीआई vs कोलकाता पुलिस: गहराया विवाद, ममता बनर्जी धरने पर

पश्चिम बंगाल में एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की ममता बनर्जी सरकार के बीच टकराव देखने को मिल रहा है। एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में चिट फंड घोटाला मामले में जांच करने गई सीबीआई की एक टीम को कोलकाता पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सीबीआई टीम जांच के लिए कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के आवास पर पहुंची थी। सीबीआई अधिकारियों को कमिश्नर के आवास के बाहर रोक लिया गया। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, कोलकाता पुलिस ने पांच सीबीआई अधिकारियों को हिरासत में ले लिया। सीजीओ कॉम्पलेक्स स्थित सीबीआई रीजनल ऑफिस के बाहर पुलिस फोर्स मौजूद है। सीबीआई ने शनिवार को दावा किया था कि राजीव कुमार फरार हैं और शारदा एवं रोज वैली पोंजी घोटालों के सिलसिले में उनकी तलाश की जा रही है।

ममता बनर्जी ने की धरने पर बैठने की घोषणा

कमिश्नर राजीव कुमार के आवास पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पश्चिम बंगाल के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस और कोलकाता के मेयर भी पहुंचे। यहां मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा।

उन्होंने कहा, 'मैं फेडरल स्ट्रक्चर को बचाने के लिए आज से मेट्रो चैनल के पास धरने पर बैठूंगी। कल विधानसभा की कार्रवाई होगी, जहां मैं एक मीटिंग करूंगी। इस धरने के मतलब सत्याग्रह है।'

उन्होंने कहा, ‘भाजपा बंगाल को प्रताड़ित कर रही है। वे बलपूर्वक बंगाल को नष्ट करना चाहते हैं क्योंकि मैंने ब्रिगेड रैली का आयोजन किया। कल आपने प्रधानमंत्री की भाषा देखी, जब उन्होंने धमकी दी। मैं आज भी कहती हूं कि राजीव कुमार (कोलकाता पुलिस कमिश्नर) दुनिया में बेस्ट हैं।‘

'यह फेडरल स्ट्रक्चर को ध्वस्त करने जैसा'

ममता ने कहा, 'मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि फोर्स को सुरक्षा देना हमारी जिम्मेदारी है। बगैर नोटिस के आप कोलकाता पुलिस कमिश्नर के घर पर आ रहे हैं। हम सीबीआई अधिकारियों को गिरफ्तार भी कर सकते थे, लेकिन हमने नहीं किया। मैं अपनी (पुलिस) फोर्स के साथ हूं। मैं उनकी इज्जत करती हूं। मुझे बहुत बुरा लग रहा है। यह फेडरल स्ट्रक्चर को ध्वस्त करना है।‘


कोलकाता पुलिस ने सीबीआई के दावे को बताया आधारहीन

कोलकाता पुलिस की ओर से जारी बयान में सीबीआई के दावों को 'आधारहीन’ बताते हुए इसे खारिज किया गया है। बयान के अनुसार, ''यह सब आधारहीन खबरें हैं। कृपया ध्यान दें कि सीपी (पुलिस आयुक्त) कोलकाता न सिर्फ शहर में मौजूद हैं बल्कि 31.01.2019 को छोड़कर वह नियमित रूप से दफ्तर भी आ रहे हैं, उस दिन वह छुट्टी पर थे।

ममता ने किया था राजीव कुमार का समर्थन

इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रोज वैली और शारदा पोंजी घोटाला मामलों में सीबीआई की ओर से तलब किए गए कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के प्रति रविवार को अपना समर्थन जताया। उन्होंने भाजपा नेतृत्व पर बदले की भावना वाली राजनीति करने का आरोप लगाया।

भाजपा सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रही: ममता बनर्जी

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ''भगवा पार्टी पुलिस और अन्य संस्थानों को नियंत्रण में लेने के लिये सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रही है।‘’ बनर्जी ने ट्वीट किया, ''भाजपा नेतृत्व का शीर्ष स्तर राजनीतिक बदले की ओछी भावना से काम कर रहा है। न सिर्फ राजनीतिक दल उनके निशाने पर हैं बल्कि पुलिस को नियंत्रण में लेने और संस्थानों को बर्बाद करने के लिये वे सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। हम इसकी निंदा करते हैं।‘’

सीबीआई का दावा, राजीव कुमार नोटिसों का जवाब नहीं दे रहे

केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि आईपीएस अधिकारी ने इन घोटालों की जांच कर रहे पश्चिम बंगाल पुलिस के विशेष जांच दल का नेतृत्व किया था और वह एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिये भेजे नोटिसों का जवाब नहीं दे रहे हैं। बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा कुमार के बारे में झूठ फैला रही है। कुमार 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और जनवरी 2016 में उन्होंने शहर के पुलिस प्रमुख का कार्यभाल संभाला था।

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