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हत्या या दुर्घटना!, बहुचर्चित रंजय हत्‍याकांड की सुनवाई कर रहे जज की मौत

रंजय सिंह हत्‍याकांड की सुनवाई कर रहे धनबाद के जिला एवं सत्र न्‍यायाधीश उत्‍तम आनंद की एक दुर्घटना...
हत्या या दुर्घटना!, बहुचर्चित रंजय हत्‍याकांड की सुनवाई कर रहे जज की मौत

रंजय सिंह हत्‍याकांड की सुनवाई कर रहे धनबाद के जिला एवं सत्र न्‍यायाधीश उत्‍तम आनंद की एक दुर्घटना में मौत हो गई है। रोज की तरह वे बुधवार को भी सुबह मॉनिंग वाक करने गल्‍फ ग्राउंड की तरु जा रहे थे। जब वे जॉगिंग करते हुए जा रहे थे उसी समय रणधीर वर्मा चौक के करीब जजेज कॉलोनी मोड पर पीछे से आकर एक ऑटो ने उन्‍हें धक्‍का मारा और वे सड़क के किनारे गिर पड़े। सुबह सात बजे तक वे वापस नहीं लौटे तो परिजनों ने सदर पुलिस को सूचना दी। पुलिस रेस हुए तो उसे एसएनएमसीएच अस्‍पताल में एक लावारिस लाश होने की सूचना मिली। उनके अंगरक्षक ने उनकी पहचान की। यह सिर्फ दुर्घटना नहीं है शक इसलिए पैदा हुआ क्‍योंकि वे सड़क के एकदम किनारे जॉगिंग कर रहे थे। बीच सड़क से आता हुआ एक ऑटो अचानक बायें लेन में आकर उन्‍हें धक्‍का मारता है और फिर सीधा निकल जाता है।

सीसीटीवी फुटेज में यह साफ दिख रहा है। जब वे सुबह में निकले थे उनके साथ कोई अंगरक्षक भी नहीं था। अभी छह माह पहले ही उनकी यहां पोस्टिंग हुई थी और वे एक महत्‍वपूर्ण केस की सुनवाई कर रहे थे। धनबाद बार एसोसिएशन ने भी उनकी मौत को संदेहास्‍पद बताते हुए एसोएिशन के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम को रद कर दिया है।

उत्‍तम आनंद छह माह पूर्व ही जिला एवं सत्र न्‍यायाधीश आठ के पद पर योगदान दिया था। वे धनबाद के चर्चित रंजय सिंह उर्फ रविरंजन सिंह हत्‍याकांड की सुनवाई कर रहे थे। रंजय सिंह धनबाद के बाहुली नेता और झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के काफी करीबी माने जाते थे। जनवरी 2017 की शाम बिग बाजार के पास रंजय सिंह की आपसी प्रतिद्वंद्विता में हत्‍या कर दी गई थी। इसे लेकर धनबाद में गैंगवार का सिलसिला भी चला। उत्‍तम आनंद ने हाल ही शूटर अभिनव सिंह व अमन के गुर्गे रवि ठाकुर की जमानत याचिका खारिज की थी।

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