Advertisement

झारखंड: वीआइपी कैदी का ठिकाना बंगला, लेकिन रिम्स के निदेशक रहेंगे गेस्‍ट हाउस में

रिम्‍स (राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्‍थान), रांची के नये निदेशक पद्मश्री डॉ. कामेश्‍वर प्रसाद रविवार...
झारखंड: वीआइपी कैदी का ठिकाना बंगला, लेकिन रिम्स के निदेशक रहेंगे गेस्‍ट हाउस में

रिम्‍स (राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्‍थान), रांची के नये निदेशक पद्मश्री डॉ. कामेश्‍वर प्रसाद रविवार को रांची पहुंचे और पदभार ग्रहण कर लिया। मगर रिम्‍स निदेशक वाला तीन एकड़ का बंगला उन्‍हें नहीं मिला। उन्‍हें रिम्‍स से दो-तीन किलोमीटर दूर मोरहाबादी में गेस्‍ट हाउस में रहना पड़ेगा।

इसके लिए चार सौ रुपये रोज देने होंगे। दरअसल निदेशक के बंगले में पशुपालन घोटाला मामले में सजााफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद रह रहे हैं। रिम्‍स अधीक्षक के अनुसार निदेशक के लिए तात्‍कालिक व्‍यवस्‍था कर दी गई है। प्रभारी निदेशक मंजू गाड़ी से प्रभार ग्रहण करने के बाद कामेश्‍वर प्रसाद गेस्‍ट हाउस के लिए रवाना हो गये।

लालू प्रसाद बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के कैदी हैं मगर दो साल से अधिक से इलाज के नाम पर रिम्‍स में भर्ती हैं। कोरोना का संक्रमण बढ़ा तो लालू प्रसाद को रिम्‍स के पेईंग वार्ड से रिम्‍स निदेशक के खाली पड़े बंगला में शिफ्ट कर दिया गया। करीब तीन माह से लालू प्रसाद यहीं हैं। इसी दौरान बिहार में चुनाव था जिससे लालू प्रसाद की सहूलियत बढ़ गई। और पूरे पेईंग वार्ड को ही कोविड वार्ड घोषित कर दिया गया।

आधी सजा काट लेने के कारण चार में से तीन मामलों में लालू प्रसाद को जमानत हो चुकी है। चौथे मामले में भी जमानत की अर्जी दाखिल की है जिसकी सुनवाई 27 नवंबर को होनी है। अब समय बतायेगा कि लालू प्रसाद कितने दिन बंगले का आनंद उठायेंगे। 27 को जमानत मिल गई तब रिम्‍स प्रबंधन को राहत हो जायेगी। नहीं मिली तो लालू प्रसाद का क्‍या होगा सवाल है। बिहार में सीटों को लेकर झामुमो की राजद से तल्‍खी है। देखना होगा कि इस तल्‍खी का क्‍या असर पड़ता है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad