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दलित लड़के की मौत को खट्टर ने बताया आत्‍महत्‍या

हरियाणा के मुख्यमंत्राी मनोहर लाल खट्टर ने सोनीपत में 15 साल के दलित लड़के की मौत को आत्महत्या करार दिया है। खट्टर ने इन आरोपों को भी खारिज किया कि इस लड़के की मौत पुलिस हिरासत में मौत हुई। उन्‍होंने मुआवजा के अतिरिक्त उसके परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का ऐलान भी किया है।
दलित लड़के की मौत को खट्टर ने बताया आत्‍महत्‍या

दलित किशोर के परिवार ने आरोप लगाया है कि कबूतर चोरी के मामले में आरोपित किए जाने के बाद पुलिस ने उसे पीटा और उसकी मौत हवालात में हुई। जिसके बाद खट्टर ने चंडीगढ़ में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, पोस्ट मार्टम रिपोर्ट इस पर प्रकाश डालेगी कि आत्महत्या क्यों हुई और किन कारणों से हुई। दलित किशोर की मौत और फरीदाबाद के सुनपेड में दो दलित बच्चों की हाल की हत्या को ले कर अपनी सरकार पर जारी हमलों के बीच मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा, जो भी जिम्मेदार होगा, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा और कठोर कार्रवाई की जाएगी।

 

खट्टर ने बताया, सूचना के अनुसार दो परिवारों गाडि़या लोहार और धनिक के बीच कुछ धन और कबूतर को ले कर कुछ विवाद था। पुलिस थाने में उनका मामला हल कर दिया गया जहां दोनों लोगों ने बराबर-बराबर धन बांटने का आपस में फैसला किया। बहरहाल, एक परिवार ने अपना हिस्सा दिया और दूसरे ने नहीं दिया। हरियाणा में कानून-व्यवस्था की स्थिति के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है। लेकिन इक्की-दुक्की घटनाओं को जातीय रूप देना गलत है। फरीदाबाद की घटना पर उन्‍होंने कहा, हमने जांच सीबीआई को सौंप दी और अभी हम कोई बड़ा कदम नहीं उठा सकते हैं। 

मुख्यमंत्री खट्टर ने यह भी दावा किया कि हरियाणा के हिसार जिले की 2010 की मिर्चपुर घटना से जुड़े दोनों पक्ष एक ही गांव में साथ-साथ रहने पर सहमत हुए हैं। उल्लेखनीय है कि 21 अप्रैल 2010 को हिसार के मिर्चपुर गांव में भीड़ ने अनेक घरों में आग लगा दी थी। इस क्रम में 70 साल के एक वृद्ध और उसकी अपंग बेटी घर में जिंदा जला दी गई थी। 

 

 

 

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