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एक गुमनाम चिट्ठी ने कैसे गुरमीत राम रहीम को पहुंचाया सलाखों के पीछे

राम रहीम 23 सितंबर, 1990 से डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बने। डेरा सच्चा सौदा का मुख्यालय हरियाणा के सिरसा में है। शाह सतनाम के एक सतसंग में उन्हें संत घोषित किया गया और डेरा का उत्तराधिकार सौंपा गया।
एक गुमनाम चिट्ठी ने कैसे गुरमीत राम रहीम को पहुंचाया सलाखों के पीछे

यौन शोषण मामले में आरोपी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम पर शुक्रवार को पंचकूला सीबीआई कोर्ट फैसला सुनाएगी। वहीं, हरियाणा पुलिस ने पंचकुला से डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के समर्थकों को भगाना शुरू कर दिया है। राज्य के गृहसचिव ने कहा कि प्रशासन हाईकोर्ट के आदेशों का पालन कर रहा है। 

गुरमीत राम रहीम सिंह का रेज्यूमे अगर बनाया जाए तो सबसे पहला उनका परिचय डेरा सच्चा सौदा प्रमुख का है। उसके बाद वो अपने ट्विटर बायो में अपने आगे आध्यात्मिक गुरू, समाज सुधारक, एक्टर, डायरेक्टर, गायक, म्यूजिक डायरेक्टर, गीतकार, रॉकस्टार जैसे विशेषण लगते हैं। पूरा नाम संत डॉक्टर गुरमीत राम रहीम सिंह जी इंसान है और खुद को मैसंजर ऑफ गॉड यानी एमएसजी बताते हैं। उन्हें बाबा ऑफ ब्लिंग भी कहते हैं। 

15 अगस्त, 1967 को राजस्थान के गुरुसर मोदिया गांव में पैदा हुए राम रहीम 23 सितंबर, 1990 से डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बने। डेरा सच्चा सौदा का मुख्यालय हरियाणा के सिरसा में है। शाह सतनाम के एक सतसंग में उन्हें संत घोषित किया गया और डेरा का उत्तराधिकार सौंपा गया। डेरा सच्चा सौदा का दावा है कि वो सभी धर्मों के लोगों का अपने यहां स्वागत करते हैं। डेरा सच्चा सौदा का दावा है कि वह बहुत से सामाजिक काम करता है जैसे- साफ-सफाई, रक्तदान, वृक्षारोपण, आदिवासियों, ट्रांसजेंडर, अनाथ बच्चों के लिए काम करता है। मोदी सरकार के स्वच्छ भारत अभियान का राम रहीम जोर शोर से समर्थन कर चुके हैं और इसके लिए मुंबई में उन्होंने बहुत बड़ा अभियान भी चलाया था। गुरमीत राम रहीम उन 36 वीवीआईपी में से एक हैं जिन्हें Z+ सुरक्षा मिली हुई है। उन पर हत्या और बलात्कार के आरोप हैं।

पंजाब, हरियाणा की राजनीति में प्रभाव

उत्तर-पश्चिमी भारत में डेरा सच्चा सौदा की तूती बोलती है। वजह है संख्या बल और सियासी रसूख। यही वजह है कि डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम एक बड़ी ताकत माने जाते हैं। 1948 में  शाह सतनाम सिंह मस्ताना ने डेरा सच्चा सौदा की स्थापना की थी। 

राम रहीम सिंह का दावा है कि उनके पास 5 करोड़ से ज्यादा भक्त हैं यानी उनेक पास अच्छा खासा वोट बैंक है। इसीलिए वे राजनीति में अच्छी खासी दखल रखते हैं। कई नेता उनके पास पहुंचते रहते हैं। हरियाणा में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में वे खुले तौर पर भाजपा के साथ थे।

बाबा राम रहीम का हरियाणा के नौ जिलों की करीब तीन दर्जन विधानसभा सीटों पर अच्छा खासा दखल है। सूबे में 20 लाख से 25 लाख उनके अनुयायी हैं। इस बार के चुनाव में बीजेपी ने डेरा का समर्थन होने से उचाना कलां, टोहाना, अंबाला सिटी, हिसार, नारनौंद, बवानी खेड़ा, भिवानी, शाहबाद, थानेसर, लाडवा, मौलाना और पेहवा सीटों पर जीत दर्ज की थी। इससे पहले के चुनाव में बीजेपी इनमें से सिर्फ भिवानी सीट पर ही जीत हासिल कर सकी थी। सूबे में इससे पहले डेरा इनोलो और कांग्रेस की जीत में अहम भूमिका निभा चुका है।

पंजाब की सियासत में भी डेरा प्रमुख राम रहीम की अहम भूमिका रही है। डेरा प्रमुख के प्रभाव में पंजाब के मालवा क्षेत्र के 13 जिले आते हैं। सूबे की 117 विधानसभा सीटों में से 65 सीटें मालवा इलाके से आती हैं। इन सीटों पर डेरा समर्थक हार जीत में अहम भूमिका अदा करते हैं। यही वजह है कि पंजाब चुनाव के दौरान तकरीबन हर पार्टी के नेता डेरा सच्चा सौदा के सामने नतमस्तक रहते हैं।

2007 के विधानसभा चुनाव और 2009 के लोकसभा चुनाव में अपरोक्ष रूप से डेरा ने कांग्रेस का समर्थन किया था। डेरा के प्रभाव वाली 65 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस 37 सीटों पर जीती थी जबकि शिरोमणि अकाली दल 19 पर सिमट गया था। इस बार आकाली-बीजेपी गठबंधन को डेरा ने समर्थन किया था, लेकिन उनका जादू नहीं चल सका।

1990 में जब बाबा गुरमीत राम रहीम डेरा प्रमुख बने तो उसके बाद से इसके दायरे का काफी विस्तार हुआ। आज उत्तर प्रदेश के बागपत, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा और दिल्ली से लेकर राजस्थान में श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, कोटा, बीकानेर, उदयपुर, जयपुर तक डेरा की शाखाएं फैल चुकी हैं. मध्य प्रदेश के सीहोर, छत्तीसगढ़ के कोरबा, महाराष्ट्र के सतारा, गुजरात के भुज, कर्नाटक के मैसूर से लेकर उड़ीसा के पुरी तक डेरा सच्चा सौदा के आश्रम स्थापित हैं।

फिल्मी बाबा

2015 में उनकी फिल्म एमएसजी- मैसेंजर ऑफ गॉड रिलीज हुई। इसके बाद उनकी दूसरी फिल्म एमएसजी- द वॉरियर ऑफ लॉयन हार्ट रिलीज हुई। इस साल 2017 में उनकी फिल्म हिंद का नापाक को जवाब- एमएसजी लॉयन हार्ट-2 और फिल्म जट्टू इंजीनियर आ चुकी हैं।  हाल ही में अपने जन्मदिन के मौके पर उन्होंने अपनी अगली फिल्म ‘एमएसजी ऑनलाइन गुरुकुल’ का पोस्टर रिलीज किया था। इसके साथ ही वे इन दिनों वे एक रियलिटी शो पर भी काम कर रहे हैं, जिसकी शूटिंग जोरों पर चल रही है। ‘आन बान शान मेरा हिंदुस्तान’ नाम के इस शो के लिए अभी तक चैनल फिक्स नहीं हुआ है।

गुरमीत राम रहीम सिंह इंसान ने इन फिल्मों में अभिनय भी किया है, गाने भी लिखे हैं, ज्यादातर को खुद ही डायरेक्ट भी किया है। वो कहते हैं कि इन फिल्मों का मकसद भाई-चारे, नशामुक्ति और अमन का पैगाम देना है। यही नहीं उन्होंने कई किताबें भी लिख रखी हैं।

रेप का वो आरोप, जिस पर बाबा फंसे हुए हैं

बता दें कि इस पूरे मामले की शुरुआत एक गुमनाम खत से हुई थी, जिस पर आज राम रहीम फंसे हुए हैं। उन पर रेप का आरोप एक खत से लगा था। ये खत 13 मई 2002 को तत्कालीन प्रधानमंंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लिखा गया था। इस खत में एक लड़की ने सिरसा डेरा सच्चा सौदा में गुरु राम रहीम के हाथों अपने यौन शोषण का किस्सा बताया था। उन पर दो साध्वियों ने रेप का आरोप लगाया था।

हत्या का भी है आरोप

गुरमीत राम रहीम पर हत्या का भी आरोप है। साध्वी से दुष्कर्म के मामले को सिरसा के लोकल सांध्य दैनिक पूरा सच के संपादक रामचंद्र छत्रपति ने प्रमुखता से छापा जिससे हड़कंप मच गया। इतना ही नहीं जब साध्वी के भाई रणजीत सिंह की हत्या हुई तो रामचंद्र ने अपने अखबार में डेरा सच्चा सौदा मुखिया गुरमीत पर हत्या कराने का आरोप लगाते हुए खबर छापी।

24 अक्टूबर 2002 को  छत्रपति पर गोली चली, जिसमें वो घायल हो गए। 21 नवंबर 2002 को सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की दिल्ली के अपोलो अस्पताल में मौत हो गई। इस पर दिसंबर 2002 को छत्रपति परिवार ने पुलिस जांच से असंतुष्ट होकर मुख्यमंत्री से मामले की जांच सीबीआई से करवाए जाने की मांग की। जनवरी 2003 में पत्रकार छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर छत्रपति प्रकरण की सीबीआई जांच करवाए जाने की मांग की। याचिका में डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह पर हत्या किए जाने का आरोप लगाया गया। 

हाई कोर्ट ने पत्रकार छत्रपति और रणजीत की हत्या में डेरा सच्चा कनेक्शन होने पर एक साथ सुनवाई शुरू की। हाईकोर्ट ने 10 नवंबर 2003 को सीबीआई को एफआईआर दर्ज कर जांच के आदेश जारी किए। दिसंबर 2003 में सीबीआई ने छत्रपति व रणजीत हत्याकांड में जांच शुरू कर दी। दिसंबर 2003 में डेरा के लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआई जांच पर रोक लगाने की मांग की। सुप्रीम कोर्ट ने उक्त याचिका पर जांच पर स्टे लगा दिया। 

लग्जरी लाइफ जीने वाले बाबा

सिरसा में करीब 700 एकड़ में फैला ‘डेरा सच्चा सौदा’ कहने को एक आश्रम है लेकिन ये अपने आप में एक पूरा शहर है। 

डेरा सच्चा सौदा आश्रम के भीतर जा चुके मीडिया वालों के मुताबिक, बाबा राम रहीम जब लोगों से नहीं मिल रहे होते, तब वो आश्रम के भीतर ही एक गुफानुमा जगह में रहते हैं। यूं इसका आकार भले गुफा जैसा हो लेकिन इसके अंदर दुनिया की सारी सुख-सुविधाएं मौजूद हैं। फिर चाहे वो ऐसी लग्जरी गाड़ियां हों या स्पोर्ट्स की वो सुविधाएं जो शायद बड़े-बड़े स्टेडियम में भी न दिखें। बाबा का जब मन होता है, वो एक बड़ी सी स्टेज पर चढ़कर अपने चाहने वालों के बीच प्राइवेट म्यूजिक कॉन्सर्ट कर लेते हैं, जब दिल करता है, फिल्म प्रमोशन के लिए डांस कर लेते हैं। 

इसी साल 15 अगस्त को जब राम रहीम 50 साल के हुए तो उन्होंने आश्रम के भीतर 51 क्विंटल का एक केक भी काटा। बाबा के जन्मदिन को एक भव्य समारोह के बीच हजारों समर्थकों की मौजूदगी में मनाया गया।

जाहिर है, डेरा सच्चा सौदा में तमाम सुविधाओं को चलाने के लिए कामगारों की जरूरत भी पड़ती है। धर्मशाला, कैंप, अस्पताल सब चलाने के लिए आश्रम में ही सैकड़ों घर बनाए गए हैं। इसमें स्थायी तौर पर करीब हजार लोग रहते हैं जो 700 एकड़ के इस आश्रम को चलाने में मदद करते हैं।

 

 

 

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