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यस बैंक घोटाला: सीबीआई ने मुंबई में 7 स्थानों पर की छापेमारी, CBI की FIR में पत्नी-बेटियों के भी नाम

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को यस बैंक से जुड़े मामलों के सिलसिले में मुंबई में सात स्थानों...
यस बैंक घोटाला: सीबीआई ने मुंबई में 7 स्थानों पर की छापेमारी, CBI की FIR में पत्नी-बेटियों के भी नाम

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को यस बैंक से जुड़े मामलों के सिलसिले में मुंबई में सात स्थानों पर छापे मारे हैं। वहीं सीबीआई ने एफआईआर में पांच कंपनियों, राणा कपूर की पत्नी, तीन बेटियों और अज्ञात लोगों सहित सात लोगों के नाम दर्ज किए हैं। इससे एक दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रविवार को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में भारत के सबसे हाई प्रोफाइल बैंकरों में से एक यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर को गिरफ्तार कर लिया था। गौरतलब है कि मुंबई की एक विशेष अदालत ने रविवार को ही राणा कपूर को 11 मार्च तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया था।

अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई अधिकारियों की टीमें मुंबई में आरोपियों के आवास और आधिकारिक परिसरों में कार्रवाई कर रही हैं। एजेंसी का आरोप है कि कपूर ने डीएचएलएफ के प्रवर्तक कपिल वधावन के साथ आपराधिक षड्यंत्र कर यस बैंक के माध्यम से डीएचएलएफ को वित्तीय सहायता मुहैया कराई और उसके बदले राणा के परिवार के सदस्यों को अनुचित लाभ मिला।

एफआईआर में पांच कंपनियों, कपूर की पत्नी, तीन बेटियों का नाम

राणा कपूर के अलावा एजेंसी ने उनकी पत्नी बिंदू, बेटियों- रोशिनी, राखी और राधा पर मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने कहा कि दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (डीएचएफएल) के प्रमोटर कपिल वधावन और आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक धीरज राजेश कुमार वधावन को भी आरोपी के रूप में नामित किया गया है। कंपनियों में डीएचएफएल, आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, कपूर परिवार, आरएबी एंटरप्राइजेज (लिंडिया) प्राइवेट लिमिटेड द्वारा नियंत्रित डू इट अर्बन वेंचर्स जिसमें बिंदू राणा कपूर निदेशक थे और मॉर्गन क्रेडिट्स प्राइवेट लिमिटेड जिसमें राणा कपूर की बेटियां निदेशक थीं, उनको भी आरोपी बनाया गया है।

क्या है आरोप

सीबीआई की प्राथमिकी के मुताबिक घोटाला अप्रैल और जून, 2018 के बीच शुरू हुआ, जब यस बैंक ने डीएचएलएफ के अल्पकालिक ऋण पत्रों में 3,700 करोड़ रुपये का निवेश किया था। उन्होंने कहा कि इसके बदले वधावन ने कथित रूप से कपूर और उनके परिवार के सदस्यों को 600 करोड़ रुपये का लाभ पहुंचाया। उन्होंने कहा कि यह लाभ डीओआईटी अर्बन वेंचर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड को कर्ज के रूप में दिया गया।

11 मार्च तक ईडी के हिरासत में राणा

यस बैंक के संस्थापक और पूर्व प्रबंध निदेशक राणा कपूर को मुंबई की एक अदालत ने रविवार को 11 मार्च तक के लिए प्रर्वतन निदेशालय की हिरासत में भेजा दिया गया। उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने राणा कपूर के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में अलग केस दर्ज किया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली एवं मुंबई स्थित उनके घरों पर छापेमारी और घंटों की लंबी पूछताछ के बाद रविवार को राणा कपूर को गिरफ्तार किया था।

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