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विजय माल्या का दावा- 9 हजार करोड़ के बदले सरकार ने जब्त की 13 हजार करोड़ की संपत्ति

भारतीय बैंकों से पैसा लेकर विदेश भागने वाले शराब कारोबारी विजय माल्या ने दावा किया है कि भारत में उसकी...
विजय माल्या का दावा- 9 हजार करोड़ के बदले सरकार ने जब्त की 13 हजार करोड़ की संपत्ति

भारतीय बैंकों से पैसा लेकर विदेश भागने वाले शराब कारोबारी विजय माल्या ने दावा किया है कि भारत में उसकी 13 हजार करोड़ रुपये की संपत्तियों को सरकारी एजेंसियों ने जब्त किया है। जबकि उन्हीं एजेंसियों का आरोप है कि उसने नौ हजार करोड़ रुपये की राशि बैंकों को चुकता नहीं की है और वह (माल्या) भागा हुआ है।  

माल्या ने भगोड़ा बताए जाने को अन्याय करार देते हुए कहा कि कर्ज वसूली ट्रिब्यूनल (डीआरटी देश में उनकी संपत्ति जब्त कर रहे हैं। उसने यह भी कहा कि बिना न्याय के ही उसे अपराधी करार दे दिया गया है। माल्या ने लगातार एक के बाद एक ट्वीट कर न्याय की गुहार लगाई है।

न्याय कहां है और कहां है निष्पक्ष जांच?'

माल्या ने अपने पहले ट्वीट में लिखा, 'डीआरटी रिकवरी ऑफिसर ने हाल ही में मेरे समूह की 13,000 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। भारतीय बैंकों को मदद के उद्देश्य से यह रकम जब्त की गई। इसके बाद भी मेरे बारे में प्रचार किया जा रहा है कि मैं बैंक का 9 हजार करोड़ लेकर भाग गया हूं, जिसके कारण सार्वजनिक बैंकों को नुकसान हुआ है। न्याय कहां है और कहां है निष्पक्ष जांच?'

जनता का पैसा वकीलों पर बेशर्मी से क्यों खर्च किया जा रहा है

भारत को प्रत्यर्पित करने के ब्रिटिश कोर्ट के आदेश को माल्या ने वहां के हाई कोर्ट में चुनौती दी है। उसने कहा, अगर नौ हजार करोड़ रुपये लेकर भाग जाने का सरकारी एजेंसियों का दावा सही भी मान लिया जाए तो डीआरटी की 13 हजार करोड़ की जब्ती के बाद अब सरकारी क्षेत्र की बैंक कहां से नुकसान में हैं और जनता का पैसा वकीलों पर बेशर्मी से क्यों खर्च किया जा रहा है।

जो संपत्ति अब तक जब्त की गई उसका मूल्य 13 हजार करोड़ से ज्यादा

माल्या ने कहा, प्रतिदिन सुबह जब वह सोकर उठते हैं तो कर्ज वसूली ट्रिब्यूनल (डीआरटी) की ओर से नई जब्ती किए जाने की जानकारी उन्हें मिलती है। जो संपत्ति अभी तक जब्त की गई है उसका मूल्य 13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा है। जबकि बैंकों की ब्याज सहित बकाएदारी नौ हजार करोड़ रुपये की है। माल्या ने सवाल उठाया है कि अभी भी उसके खिलाफ मुकदमा चलाया जाना क्या उचित है?

सार्वजनिक धन के लिए कौन जिम्मेदार

माल्या ने आगे कहा है कि इन सभी जब्तियों के बाद भी बैंकों ने इंग्लैंड में अपने एजेंटों को एक ओपन लाइसेंस दे रखा, ताकि वे मेरे खिलाफ चल रहे तमाम मुकदमों में अड़ंगा लगाएं। अब सवाल उठता है कि इस तरह से बेतरतीब तरीके के लीगल फीस के रूप में खर्च किए जा रहे सार्वजनिक धन के लिए कौन जिम्मेदार है।

अपने चौथे और आखिरी ट्वीट में माल्या ने लिखा कि इंग्लैंड में बैंकों के वकीलों ने मेरे वैध टैक्स भुगतान करने की कोशिश का लिखित में विरोध किया। भारतीय स्टेट बैंक चाहता है कि इंग्लैंड में मेरे पैसे का इस्तेमाल भारतीय लोन की रिकवरी में किया जाए, जिसे पहले ही सुरक्षित कर लिया गया है।

विजय माल्या को भगोड़ा आर्थिक अपराधी करार दिया गया

बता दें कि 5 जनवरी को मुंबई की एक अदालत ने विजय माल्या को भगोड़ा आर्थिक अपराधी करार दिया था। भगोड़ा घोषित होने वाला वह पहला भारतीय कारोबारी है।

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