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जनता से पूछकर 15 अगस्‍त का भाषण देंगे प्रधानमंत्री

मन की बात में सड़क सुरक्षा पर रहा मोदी का जोर > स्‍वतंत्रता दिवस भाषण के लिए मांगे जनता से सुझाव > मानसून की अच्‍छी शुरुअात से बुआई बढ़ी
जनता से पूछकर 15 अगस्‍त का भाषण देंगे प्रधानमंत्री

नई दिल्ली। इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता के सुझाव लेकर 15 अगस्‍त को लाल किले की प्राचीर से भाषण देंगे। रविवार को आकाशवाणी पर मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण के लिए जनता से सुझाव मांगे हैं। 

प्रधानमंत्री ने कहा, लोकतंत्र में जन भागीदारी बढाने, जन-जन को विकास के कार्य में जोड़ना हमारा संकल्प है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ गंगा, स्वच्छ भारत पर सुचित्रा राघवाचारी के सुझावों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, इससे मुझेएक विचार आया है। इस बार 15 अगस्त को मुझे क्या बोलना चाहिये। क्या आप सुझााव भेज सकते हैं। मोदी ने कहा, मैं मानता हूं, शायद ये एक अच्छा विचार है कि 15 अगस्त के मेरे भाषण को, जनता जनार्दन से सुझाव लिए जायें। मुझे विश्वास है कि आप जरुर अच्छे सुझाव भेजेंगे। 

करगिल विजय दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज करगिल विजय दिवस के अवसर पर 1999 के करगिल युद्ध में शहीद हुए भारतीय सशस्त्र बल के जवानों को श्रद्धांजलि दी और उनकी वीरता तथा बलिदान को याद किया। मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा, 26 जुलाई हमारे देश के इतिहास में करगिल विजय दिवस के रूप में अंकित है। देश के किसान का नाता जमीन से जितना है, उतना ही देश के जवान का भी है। करगिल युद्ध में, हमारा एक-एक जवान, सौ-सौ दुश्मनों पर भारी पड़ा। अपने प्राणों की परवाह न करके, दुश्मनों की कोशिशों को नाकाम करने वाले उन वीर सैनिकों को शत-शत नमन करता हूं। उल्‍लेखनीय है कि सन 1999 में करीब दो महीनों तक चले कारगिल युद्ध में भारतीय सेना के 490 अधिकारी, सैनिक और जवान शहीद हुए थे।   

इस बार सड़क सुरक्षा पर मोदी का जोर 

देश में सड़क दुर्घटना की गंभीर स्थिति का जिक्र करते हुए नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश में हर मिनट एक दुर्घटना होती है। दुर्घटना के कारण, सड़क दुर्घटना के कारण, हर 4 मिनट में एक मृत्यु होती है। और सबसे बड़ी चिंता का विषय ये भी है, करीब करीब एक तिहाई मरने वालों में 15 से 25 साल की उम्र के नौजवान होते हैं और एक मृत्यु पूरे परिवार को हिला देती है। शासन को तो जो काम करने चाहिये वो करने ही चाहिए, लेकिन मैं मां -बाप से गुजारिश करता हूं, अपने बच्चों को - चाहे दो पहिया चलाते हों या चार पहिया चलाते हों - सेफ्टी की जितनी बातें है, उस पर जरूर ध्यान देने का माहौल परिवार में भी बढाना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी दो दिन पहले, दिल्ली की एक दुर्घटना के दृश्य पर मेरी नजर पड़ी। दुर्घटना के बाद स्कूटर चालक 10 मिनट तक तड़पता रहा। उसे कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने कहा कि देशभर में हादसों के संबंध में जानकारी देने के लिए टोल-फ्री 1033 नंबर, एम्बुलेंस की व्यवस्था, ये सारी बातें...लेकिन ये सारी चीजें दुर्घटना के बाद की हैं। दुर्घटना न हो इसके लिए उपाय करना होगा। सचमुच में... एक-एक जान बहुत प्यारी होती है। 

प्रधानमंत्री ने कहा, सरकार ने इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए कई पहल की है। हम सड़क परिवहन और सुरक्षा विधेयक लाने जा रहे हैं। आने वाले दिनों में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा नीति और राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा कार्ययोजना को लागू करने की दिशा में भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाने के लिए सोच रहे हैं। इसके अलावा सड़क दुर्घटना के पीडि़तों के उपचार के लिए चुनिंदा शहरों एवं राजमार्गों पर नकदी रहित उपचार की व्यवस्था लागू करेगी।

 

 

 

 

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