अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के छोटे भाई इकबाल कासकर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब उसके 100 करोड़ रुपये की उगाही को लेकर छानबीन कर रही है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि आखिर किसकी मदद से कासकर ने इतनी भारी भरकम रंगदारी वसूली।
अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक पुलिस ने इस मामले में इकबाल के दो सहयोगियों मुमताज शेख इसरार अली जामिल सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
किसकी मदद से हुई उगाही?
द टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार इस मामले में पुलिस एनसीपी के दो स्थानीय नेताओं की संदिग्ध भूमिका की भी जांच कर रही है। ठाणे के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह का कहना है कि शुरुआती जांच से पता चला है कि कुछ बड़े बिल्डर क्रिमिनल सिंडिकट के हिस्सा थे।
परमबीर सिंह ने बताया है कि कासकर उगाही की रकम फ्लैट्स के रूप में ले रहा था। 2013 से ही कासकर ठाणे के बड़े बिल्डरों को धमका रहा था।
एनसीपी नेता बने थे गारंटर?
परमबीर सिंह के मुताबिक एक मामले में इकबाल बिल्डर से रोजा बेला कॉम्प्लेक्स में चार फ्लैट ले चुका था। इन फ्लैट्स की कीमत लगभग पांच करोड़ रुपये है। कथित रूप से एनसीपी के दो स्थानीय नेता बिल्डर की तरफ से इस डील में 'गारंटर' बने थे।
वहीं एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने इसे आधारहीन करार देते हुए इससे इंकार किया है।
सोमवार को हुई थी कासकर की गिरफ्तारी
गौरतलब है कि माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम के छोटे भाई इकबाल कासकर को ठाणे पुलिस ने सोमवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया। कासकर को थाणे कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने कास्कर के अलावा दो अन्य लोगों को 8 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। इकबाल पर एक बिल्डर को धमकाने और हफ्तावसूली करने का आरोप है। इकबाल के अलावा चार और लोगों को गिरफ्तार किया गया।