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चंडीगढ़ पहुंचे फ्रांस के राष्‍ट्रपति, पीएम मोदी से मुलाकात

गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलाेंद आज चंडीगढ़ पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चंडीगढ पहुंचकर उनका स्‍वागत किया। फिर दोनों शहर के मशहूर रॉक गार्डन गए और बाद में भारत-फ्रांस व्‍यापार सम्‍मेलन में शामिल हुए।
चंडीगढ़ पहुंचे फ्रांस के राष्‍ट्रपति, पीएम मोदी से मुलाकात

ओलोंद अपने तीन दिनों के भारत दौरे की शुरूआत करते हुए आज दोपहर चंडीगढ़ पहुंचे थे। उनके आगमन के करीब 80 मिनट बाद मोदी चंडीगढ़ आए। फ्रांसीसी वास्तुकार ल कोरबुजियर द्वारा डिजाइन किए गए शहर में दोनों नेता काफी गर्मजोशी के साथ मिले। मोदी और ओलोंद चंडीगढ़ के मशहूर राॅक गार्डन गए जिसे चंडीगढ़ के सड़क निरीक्षक नेकचंद ने कूड़े-कचरे की की मदद से तैयार किया था। फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने राॅक गार्डन और वहां की कलाकृतियों में काफी रूचि दिखाई। दोनों नेताओं ने बाग में करीब 20 मिनट गुजारे। मोदी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी मौजूद थे।

अब नहीं लगेगा बीती तरीख से टैक्‍स: मोदी

मोदी और ओलोंद चंडीगढ़ में दोनों देशों के शीर्ष उद्योगपतियों से मिले और फ्रांस-भारत व्‍यापार सम्‍मेलन को भी संबोधित किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में पिछली तिथि से कराधान की विवादास्पद व्यवस्था अब बीते जमाने की बात हो गई है और भारत में यह अध्याय अब दुबारा नहीं खोला जाएगा। 

आपके पास संसाधन, हमारे पास बाजार

भारत-फ्रांस व्‍यापार सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि फ्रांस ने दुनिया को आतंकवाद से लड़ने रास्ता दिखाया है। फ्रांस के साथ भारत की जो निकटता है, जो विश्वास पनपा है, ये आने वाले दिनों के लिए एक बहुत बड़ी अमानत है। अपने संबोधन में उन्होंने देश की युवा जनसंख्या का जिक्र करते हुए कहा, भारत के पास फ्रांस के साथ काम करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर समेत बहुत से अवसर हैं। मोदी ने कहा, आपके पास संसाधन हैं तो हमारे पास जरूरत और बाजार है। यह एक दूजे के लिए बने जैसा है। 

राफेल सौदा पूरा होने में समय लगेगा: ओलाेंद

फ्रांस से राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद ने कहा है कि भारत को 36 लड़ाकू विमान बेचने का सौदा पूरा होने में अभी समय लगेगा। पीटीआई को दिए इंटरव्यू में उन्‍होंने कहा कि भारत के साथ अरबों रुपए का राफेल सौदा सही दिशा में है, लेकिन इस सौदे को पूरा होने में कुछ समय लगेगा। इस बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या ओलोंद की भारत यात्रा के दौरान लड़ाकू विमानों की खरीद के सौदे को अंतिम रूप दिया जा सकेगा या नहीं। ओलोंद ने कहा कि राफेल भारत और फ्रांस के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है अौर यह अगले 40 वर्षों के लिए मेक इन इंडिया समेत अभूतपूर्व औद्योगिक एवं प्रौद्योगिकी सहयोग का मार्ग प्रशस्त करेगा।

 

 

 

 

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