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गुड्स ट्रेन ने 16 प्रवासी मजदूरों को कुचला, रेलवे ने जांच के आदेश दिए, पीएम ने दुख जताया

महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में प्रवासी मजदूरों के ट्रेन से कुचलने का दर्दनाक हादसा हुआ है। इस...
गुड्स ट्रेन ने 16 प्रवासी मजदूरों को कुचला, रेलवे ने जांच के आदेश दिए, पीएम ने दुख जताया

महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में प्रवासी मजदूरों के ट्रेन से कुचलने का दर्दनाक हादसा हुआ है। इस दुर्घटना का यह बेहद दुखद पहलू है कि पैदल चलते-चलते ये मजदूर इतने थक गए कि वे ट्रैक पर ही सो गए। थककर चूर होने के कारण उन्हें किसी हादसे की आशंका के बारे में सोचने की सुध ही नहीं रही। दुर्घटना में 16 मजदूरों की मौत हो गई जबकि दो मजदूर घायल हो गए। इस बीच, रेल मंत्री पीयूष गोयल ने दुर्घटना पर शोक जताया और कहा कि सहायता और चिकित्सा टीम मौके पर पहुंच रही है। उन्होंने बताया कि रेलवे ने घटना की  जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर गहरा दुख जताया है।

तीन मजदूर सुरक्षित बच गए क्योंकि वे ट्रैक से थोड़ी दूर सो रहे थे। पुलिस के अनुसार करमाड पुलिस थाना क्षेत्र में आज सुबह यह दुर्घटना हुई जब मजदूर सुबह 5.15 बजे गुड्स ट्रेन की चपेट में आ गए।

मध्य प्रदेश लौट रहे थे मजदूर

करमाड पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि जालना से भुसावल की ओर रेलवे ट्रैक के किनारे पैदल जा रहे ये श्रमिक मध्य प्रदेश अपने घर लौट रहे थे। दक्षिण मध्य रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर ने कहा कि गुड्स ट्रेन की एक खाली बाेगी की चपेट में कुछ लोगों के आने की रिपोर्ट है। स्थानीय पुलिस और आरपीएफ मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रही है।

जालना की स्टील फैक्ट्री में काम करते थे

पैदल चलने के कारण थककर बुरी तरह टूट चुके मजदूर रेलवे ट्रैक पर ही सो रहे थे, जब जालना से आ रही ट्रेन ने उन लोगों को कुचल दिया। पुलिस अधिकारी संतोष खेतमलास ने बताया कि जालना की स्टील फैक्ट्री में काम करने वाले ये मजदूर कल रात पैदल अपने घरों के लिए निकले थे। वे करमाड तक आए और थकने के कारण ट्रैक पर बैठ गए और फिर वहीं सो गए। इसी ग्रुप में शामिल तीन लोग सुरक्षित बच गए क्योंकि वे ट्रैक से थोड़ी दूरी पर सो रहे थे। पुलिस ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।

पिछले मार्च के आखिरी सप्ताह में लॉकडाउन लागू किए जाने के बाद पूरे देश में लाखों मजदूर काम न होने और रहने की समस्याओं के चलते अपने गांवों की ओर लौटना चाहते हैं। सरकार द्वारा इसकी इजाजत और सुविधाएं न दिए जाने पर लाखों लोग पैदल ही अपने घरों की चल दिए हैं। ये लोग कई बार रेलवे ट्रैक के किनारे चलते रहते हैं और थक जाने पर वहीं सो जाते हैं।

रेलवे ने दुर्घटना की जांच के आदेश दिए

रेलवे मंत्रालय ने इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं। मंत्रालय ने ट्वीट करके बताया कि ट्रेन के ड्राइवर ने रोकने का प्रयास किया लेकिन वह हादसे को टाल नहीं पाया। यह दुर्घटना परभानी-मनमाड़ सेक्शन में बदनापुर-करमाड स्टेशनों के बीच हुआ। घायलों को औरंगाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच, प्रधानमंत्री ने दुर्घटना पर गहरा शोक जताया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई।

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