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अयोध्या विवाद: मोदी से मिलेंगे विहिप नेता

अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए हिन्दू समाज को एकजुट करने तथा उसके संकल्प को पुन: याद दिलाने के लिए राम महोत्सव का आयोजन करने के बाद अब विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने मंदिर विवाद का त्वरित समाधान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की योजना बनाई है।
अयोध्या विवाद: मोदी से मिलेंगे विहिप नेता

विहिप के प्रवक्ता शरद शर्मा ने भाषा से बातचीत में कहा 25 मई से हरिद्वार में विहिप मार्गदर्शक मंडल की दो दिवसीय बैठक होने वाली है जिसमें प्रधानमंत्री से मुलाकात की तारीख तय की जायेगी। उन्होंने कहा कि साधु संतों की इस बैठक में विहिप के वरिष्ठ नेता अशोक सिंघल और प्रवीण तोगड़िया भी शामिल होंगे।

शर्मा ने कहा प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान उन्हें विहिप की तरफ से एक ग्यापन भी सौंपा जाएगा जिसमें विवाद को शीघ्रतापूर्वक निपटाने के बारे में सुझाव भी दिए जाएंगे। उन्होंने कहा हम बहुत दिनों से इस विवाद के त्वरित समाधान की मांग करते रहे हैं।

राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महन्त नृत्य गोपालदास बार-बार आग्रह कर चुके हैं कि इस संबंध में मुकदमे के त्वरित निस्तारण के लिए उच्चतम न्यायालय की विशेष पीठ गठित की जानी चाहिए। प्रधानमंत्री से मुलाकात का उद्देश्य यह भी है कि वह इस दिशा में पहल करें।

विहिप प्रवक्ता ने कहा साधु संतों के एक शिष्टमंडल ने पिछले दिनों राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मुलाकात की थी और उनसे पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा की तरफ से इस संबंध में दिए गए निर्देशों को लागू कराए जाने का आग्रह किया गया था मगर अभी स्थिति जस की तस है।

शर्मा ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति शर्मा ने उच्चतम न्यायालय को इस मामले के त्वरित समाधान के लिए कहा था जिसके बाद न्यायालय ने उच्च न्यायालय को निर्देश दिया था और उसी के बाद विवादित स्थल की खुदाई कराई गई थी। उन्होंने बताया कि हरिद्वार की बैठक में पिछले वर्ष अगस्त महीने के बाद से देश भर में हुए हिन्दू सम्मेलनों की भी समीक्षा की जाएगी।

शर्मा ने बताया कि बैठक में पंचवटी अभियान को लेकर भी चर्चा होगी जिसके तहत जून-जुलाई महीने में हर गांव में पंचवटी की स्थापना के लिए पांच-पांच वृक्ष लगाए जाएंगे जिनका कि रामायण में भी उल्लेख है। इस अभियान के तहत हर घर को तुलसी का एक पौधा भी भेंट किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि कुछ लोग न तो राम मंदिर आंदोलन में शामिल रहे और न ही किसी मुकदमे में पक्षकार हैं लेकिन वह कथित रूप से अयोध्या विवाद के आम सहमति से समाधान की बात करते रहे हैं। बैठक में इस विषय पर भी चर्चा होगी क्योंकि ऐसी कथित कोशिशें लोगो में भ्रम पैदा कर रही हैं।

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