मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने देश की अर्थव्यवस्था को बदहाल बताते हुए केन्द्र की मोदी सरकार पर सिर्फ प्रचार और वीडियो जारी कर तमाशा करने का आरोप लगाया है।
माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने विभिन्न आर्थिक मोर्चों पर सरकार के निराशाजनक प्रदर्शन का हवाला देते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था डूब रही है और हर मामले में गरीब भारतीयों का सामान्य गुजर बसर मुश्किल हो रहा है।
अर्थव्यवस्था को लेकर येचुरी ने सरकार पर लगाए ये आरोप
येचुरी ने मोदी सरकार के कार्यकाल में निर्यात की गिरावट और वित्तीय वर्ष 2012-13 के बाद वित्तीय घाटा अब तक सर्वाधिक होने संबंधी मीडिया रिपोर्टों के हवाले से सरकार पर अर्थव्यवस्था को गर्त में पहुंचाने का आरोप लगाया।
‘सरकार के पास वीडियो जारी और प्रचार करने का तमाशा है’
येचुरी ने ट्वीट कर कहा, ‘सरकार के पास वीडियो जारी करने और प्रचार का तमाशा करने का समय है। अर्थव्यवस्था डूब रही है जिससे गरीब भारतीयों का गुजर बसर बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मोदी सरकार के चार साल में अच्छे दिनों की यह एक और तस्वीर है।’
रुपये की कीमत में गिरावट को लेकर भी येचुरी ने जताई चिंता
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और रुपये की कीमत में लगातार गिरावट पर भी येचुरी ने चिंता जाहिर करते हुये इसके लिए मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि विदेशी निवेशकों के भारत से वापस जाने से 48 हजार करोड़ रुपये के निवेश में गिरावट के कारण प्रत्यक्ष विदेश निवेश का स्तर पिछले पांच में सबसे कम रहा।
इससे जुड़ी मीडिया रिपोर्टों के हवाले से उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘रुपये की कीमत गिर रही है, स्विस बैंकों में भारतीय पूंजी बढ़ रही है, जनता संकट में है। यह सरकार द्वारा जनित आपदा है। मोदी सरकार की ‘जुमलानोमिक्स’ में अधिक से अधिक वीडियो जारी करना ही समस्या का एकमात्र समाधान है।’