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दिल्ली के जंतर मंतर पर फिर धरने पर बड़े कुश्ती खिलाड़ी, 7 महिला पहलवानों ने की यौन उत्पीड़न की शिकायत; DCW चीफ ने दिल्ली पुलिस को जारी किया नोटिस

पहलवानों और कुश्ती संघ एक बार फिर आमने सामने है। दिल्ली के जंतर-मंतर पर बजरंग पुनिया सहित कई पहलवानों...
दिल्ली के जंतर मंतर पर फिर धरने पर बड़े कुश्ती खिलाड़ी, 7 महिला पहलवानों ने की यौन उत्पीड़न की शिकायत; DCW चीफ ने दिल्ली पुलिस को जारी किया नोटिस

पहलवानों और कुश्ती संघ एक बार फिर आमने सामने है। दिल्ली के जंतर-मंतर पर बजरंग पुनिया सहित कई पहलवानों का फिर से धरना शुरू हो गया है। मामले में 7 महिला पहलवानों ने पुलिस में यौन उत्पीड़न की शिकायत की है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। पहलवानों ने कुश्ती फेडरेशन के खिलाफ कार्रवाई होने और न्याय मिलने तक धरना जारी रखने का एलान किया है। वहीं दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने महिला पहलवानों से जुड़े यौन उत्पीड़न मामले में प्राथमिकी दर्ज करने में कथित रूप से विफल रहने पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है।

शाम चार बजे हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में विनेश फोगाट, साक्षी और बजरंग पूनिया के साथ बैठ पहलवानों ने कुश्ती फेडरेशन के खिलाफ हुंकार भरते हुए ऐलान किया कि जब तक न्याय नहीं मिल जाता, वह यहां जंतर-मंतर पर रहेंगे। पत्रकारों से बात करते हुए पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि सात पहलवान लड़कियों ने शिकायत दी एक लड़की माइनर है पोस्को के अंडर आती है। ढाई महीने हो गए, लेकिन कमिटी का कोई फैसला नहीं आया है। फोगाट ने कहा कि, कमेटी की रिपोर्ट सबमिट हो गई, लेकिन रिपोर्ट में क्या है, कमेटी को बताना चाहिए। कमेटी क्या कर रही है, क्या नहीं हमें नहीं पता।

जनवरी में देश के शीर्ष पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण को हटाने और डब्ल्यूएफआई को भंग करने की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर तीन दिवसीय धरना दिया था। लगभग तीन महीने होने के बाद खेल मंत्रालय से भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। एक महीने पहले, डब्ल्यूएफआई से बाहर किए गए प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह सरकार द्वारा नियुक्त निरीक्षण समिति के सामने पेश हुए, जो उनके खिलाफ यौन शोषण के आरोपों की जांच कर रही है, और सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।

कथित तौर पर दिल्ली महिला आयोग में भी एक शिकायत दर्ज की गई है, जिसकी प्रमुख स्वाति मालीवाल ने ट्विटर पर कहा है कि "नाबालिग सहित कई महिलाओं ने आरोप लगाया है कि आरोपी व्यक्ति ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रहने के दौरान यौन उत्पीडन में लिप्त रहा है।

उन्होंने कहा कि दो दिन पहले कनॉट प्लेस पुलिस थाने में एक नाबालिग के शामिल होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन अब तक दिल्ली पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की है, जो कानून के खिलाफ है।

इसी बीच पहलवान विनेश फोगाट ने कहा कि, "3 महीने हो गए, और हमें न्याय नहीं मिला, इसलिए हम फिर से विरोध कर रहे हैं. हम न्याय की मांग करते हैं, अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है. हम आभारी हैं कि डीसीडब्ल्यू हमारा समर्थन कर रहा है।"

आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर 48 घंटे में जवाब मांगा है। DCW के नोटिस के जवाब में, दिल्ली पुलिस ने कहा, "अब तक सात शिकायतें मिली हैं, कुछ दिल्ली से और कुछ अन्य जगहों से। सभी शिकायतों की जांच की जा रही है। ठोस सबूत मिलने के बाद प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।"

बता दें कि मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम की अध्यक्षता में एक निगरानी समिति पहलवानों की ओर से इस साल के शुरू में डब्ल्यूएफआई, उसके अध्यक्ष और कोचिंग स्टाफ के खिलाफ लगाए गए मानसिक और यौन शोषण के आरोपों को लेकर अभी भी जांच कर रही है। समिति फेडेरशन के रोजाना के कामकाज को भी देख रही है क्योंकि खेल मंत्रालय ने बृज भूषण को हस्तक्षेप नहीं करने के लिए कहा है।

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