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अब आप इस एप की मदद से देश के किसी भी कोने से बनवा सकते हैं पासपोर्ट

अब आप एप की मदद से देश के कोने में अपना पासपोर्ट बनवा सकते हैं। यानी घर बैठे ही पासपोर्ट बनवाने के लिए...
अब आप इस एप की मदद से देश के किसी भी कोने से बनवा सकते हैं पासपोर्ट

अब आप एप की मदद से देश के कोने में अपना पासपोर्ट बनवा सकते हैं। यानी घर बैठे ही पासपोर्ट बनवाने के लिए अप्लाई कर सकेंगे। दिए गए पते का पुलिस सत्यापन होगा और पासपोर्ट बनने के बाद यह सीधे आपके घर पहुंच जाएगा। इस एप का नाम 'पासपोर्ट सेवा एप' है।

मंगलवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एप लॉन्च करते हुए बताया कि 'पासपोर्ट सेवा एप' के जरिये पासपोर्ट बनवाने के लिए अप्लाई कर सकते हैं। देश के किसी भी कोने से पासपोर्ट बनवाने के लिए अप्लाई किया जा सकता है। पुलिस सत्यापन आपकी तरफ से एप पर दिए गए पते पर ही किया जाएगा। सत्यापन के बाद पासपोर्ट भी आपके इसी पते पर भेज दिया जाएगा। इस एप को डाउनलोड करने के लिए आप गूगल प्लेस्टोर पर पहुंच सकते हैं और एप के जरिये आप पासपोर्ट से जुड़े कई काम कर सकते हैं।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पासपोर्ट बनवाने में कई तरह की दिक्कतों का जिक्र करते हुए उन्हें खत्म करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब पासपोर्ट बनवाने के लिए मैरेज सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं होगी। पासपोर्ट आवेदन के लिए कई पुराने और दुविधा भरे नियमों को खत्म कर दिया गया है। नियमों का सरलीकरण किया गया है। आम नागरिक को सुविधान देने वाले नियम बनाए गए हैं।

विदेश मंत्री ने कहा कि अनाथालय के बच्चों के लिए वहां का मुखिया जो जन्मतिथि देंगे वही मान्य होगा। साधु संन्यासियों के मामले में उनके माता-पिता की जगह गुरुओं के नाम मान्य होंगे। इसके अलावा तलाकशुदा पत्नी से उनके पूर्व पतियों के नाम भी अब पासपोर्ट के आवेदन पर नहीं पूछे जाएंगे।   इससे पहले बर्थ सर्टिफिकेट की पाबंदी को हटाते हुए पैन कार्ड या आधार कार्ड को भी बर्थ सर्टिफिकेट के तौर पर मान्यता दे दी गई है। 

विदेश मंत्री ने कहा कि देश में इस समय 307 पासपोर्ट सेवा केंद्र हैं। पिछले चार साल में देश में कुल 212 पासपोर्ट सेवा केंद्र खुले हैं। हर लोकसभा क्षेत्र में पासपोर्ट पहुंचाने के लिए वहां पासपोर्ट सेवा केंद्र खोले जाएंगे। देश का एक भी लोकसभा क्षेत्र ऐसा नहीं बचेगा जहां पासपोर्ट सेवा केंद्र नहीं होगा।

 

 

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