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सिंघु बॉर्डर पर 40 किसान संगठनों की बैठक जारी, केंद्र के प्रस्ताव पर लेंगे फैसला

नए कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर के किसानों का आंदोलन 31वें दिन भी जारी है। किसान, दिल्ली के सर्द मौसम में...
सिंघु बॉर्डर पर 40 किसान संगठनों की बैठक जारी, केंद्र के प्रस्ताव पर लेंगे फैसला

नए कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर के किसानों का आंदोलन 31वें दिन भी जारी है। किसान, दिल्ली के सर्द मौसम में डटे हुए हैं। पंजाब, हरियाणा समेत अन्य राज्यों के किसान 'दिल्ली चलो' नारो के साथ राजधानी के लिए कूच किया था। एक महीने बीत जाने के बाद भी इसका समाधान नहीं निकाला जा सका है। कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन सभी दौर की वार्ता बेनतीजा रही है। अब फिर से केंद्र ने किसानों को बातचीत का न्योता दिया है। जिस पर आज किसान संगठन बैठक कर रहे हैं। ये बैठक सिंघु बॉर्डर हो रही है। किसान संगठनों के आहवान पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आज दूसरे दिन भी हिसार जिले के सभी चारों टोल प्लाजाओं को किसानों ने टोल फ्री कराया तो किसानों का आंदोलन दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर उग्र हो गया और उन्होंने दिल्ली से आने वाले मार्ग को बंद कर दिया।

भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार अपने अड़ियल रवैये पर कायम है ऐसे में किसानों का धैर्य धीरे-धीरे जवाब दे रहा है। भाजपा शासित राज्यों की सरकारें आंदोलन को दबाने के लिए बाहर से आने वाले किसानों को विभिन्न स्थानों पर रोक रही है। शनिवार की सुबह  उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर रहे  किसानों को पुलिस ने  रोकने का प्रयास किया।

किसान कृषि कानून वापस लेने की मांग पर अड़े हैं। वहीं, केंद्र सिर्फ संशोधन की बात कह रही है। गुरुवार को भेजे गए पत्र में केंद्र ने एमएसपी का जिक्र किया था। जिसमें स्पष्ट तौर से कहा था कि इसका नए कानून से कोई लेना-देना नहीं है। इसलिए इस पर बातचीत करना तर्कसंगत नहीं है।

इससे इतर केंद्र कानून का बचाव भी अपने हर एक संवाद में करती नजर आ रही है। कृषि मंत्री, गृह मंत्री और देश के प्रधानमंत्री लगातार कृषि कानून के फायदे बता रहे हैं लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। इसलिए केंद्र की चिठ्ठी पर संयुक्त किसान मोर्चा की आज बैठक हो रही है। किसानों ने 'कार्पोरेट' बहिष्कार की अपील की है। इसके अलावा 27 दिसंबर को किसान थाली बजाकर 'मन की बात' का विरोध करेंगे।

किसान संगठनों के आहवान पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आज दूसरे दिन भी हिसार जिले के सभी चारों टोल प्लाजाओं को किसानों ने टोल फ्री कराया। हिसार-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-नौ पर मय्यड़ टॉल प्लाजा, हिसार-चंडीगढ़ राजमार्ग पर बाडो पट्टी, हिसार-सिरसा रोड पर चिकनवास और हिसार-भादरा रोड़ पर चौधरीवास टॉल प्लाजा पर दूसरे दिन भी किसान धरना पर बैठे रहे। मय्यड़ टोल प्लाजा पर किसानों ने धरना दिया और लगातार दूसरे दिन भी टॉल प्लाजा को टोल फ्री कराया। इस धरने की अध्यक्षता किसान सभा जिलाध्यक्ष शमशेर सिंह नम्बरदार ने की। धरना-प्रदर्शन का मंच संचालन पूर्व जिला पार्षद प्रतिनिधि मनोज राठी ने किया।

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