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किसानों की आत्महत्या के बीच विदर्भ में फैक्ट्री खोलेंगी मानसेंटो और पेप्सी

किसानों की आत्महत्या के लिए कुख्यात महाराष्ट्र का विदर्भ अब देश का सबसे बड़ा बीज उत्पादन केंद्र बनने जा रहा है। मोनसेंटो और पेप्सी वहां बीज उत्पादन के लिए कंपनी लगाने वाली हैं।
किसानों की आत्महत्या के बीच विदर्भ में फैक्ट्री खोलेंगी मानसेंटो और पेप्सी

किसानों की आत्महत्याओं के लिए कुख्यात महाराष्ट्र का विदर्भ इलाका अब देश की सबसे बड़ी बीज उत्पादन का केंद्र बनने जा रहा है। यह कंपनी मोनसेंटो और पेप्सी कंपनी शुरू करने जा रही है। इसके साथ ही पेप्सी कंपनी अपनी कोल्ड ड्रिंक में फल का जूस मिलाने के लिए फैक्ट्री लगाने की तैयारी में है। ये दोनों कंपनियां महाराष्ट्र के उस इलाके में ये फैक्ट्रियां लगाने जा रही हैं जहां किसानों के भीतर गहरी निराशा और अवसाद है।

दुनिया भर में अपने जीएम बीजों और खतरनाक कीटनाशकों के इस्तेमाल के लिए कुख्यात मोनसेंटों द्वारा इस इलाके में बीजों का सबसे बड़ा हब बनाने की खबर का किसान संगठनों में तीखी प्रतिक्रिया हो रही है। ये पूरा इलाका उन किसानों की कहानियों से अटा पड़ा है जिन्होंने बीटी कॉटन की खेती में तबाह होकर आत्महत्या की। ये बीज भी मोनसेंटो और माहिको ने बनाए थे। इस खेती में लागत इतनी भारी है कि किसानों के लिए उसका बोझ उठा पाना ही मुश्किल है। मोनसेंटो अपना बीज हब बुलडाना में स्थापित करने जा रही है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस का दावा है कि ये कंपनियां मेक इन इंडिया के तहत आई हैं और इससे महाराष्ट्र को बहुत फायदा होगा। हालांकि महाराष्ट्र में जिस बड़े पैमाने पर किसानों की आत्महत्याएं हो रही है, उसमें इन कंपनियों के आने से और संकट बढ़ने के ही आसार है।  

 

 

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