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आकांक्षा पारे काशि‍व

दिल छू लेता है गूगल का यह विज्ञापन

दिल छू लेता है गूगल का यह विज्ञापन

पिता और बेटे की केमेस्ट्री मिल जाए तो कमाल हो जाता है। बॉलीवुड को ध्यान में रख कर गूगल ने ऐसा ही एक विज्ञापन तैयार किया है। इंटरनेट पर हजारों लोग इसे देख चुके हैं।
रमन राघव, 2.0 होने में थोड़ी सी कसर

रमन राघव, 2.0 होने में थोड़ी सी कसर

रमन राघव 2.0 अनुराग कश्यप स्टाइल की फिल्म है। यानी लंबी स्क्रिप्ट और एडिटिंग से जूझती हुई फिल्म। फिल्म हिचकाले खाती धीरे-धीरे चलती है और लगता है पता नहीं यह खत्म कैसे होगी। यह तो तय है कि यह फिल्म पूरी तरह अनुराग कश्यप के मुरीदों के लिए ही है।
न उड़ सका पंजाब

न उड़ सका पंजाब

उड़ता पंजाब को लेकर इतना हाइप बन गया था कि आखिर इस फिल्म में ऐसा क्या है जो संस्कारी बोर्ड इसे देश को देखने के लिए मना कर रहा है। अगर सेंसर बोर्ड इतना बवाल न मचाता तो यह बिलकुल साधारण फिल्म बनती।
समीक्षा- धनक

समीक्षा- धनक

सहज और सरल फिल्में कैसे अच्छी बन सकती हैं यह नागेश कुकनूर से सीखना चाहिए। धनक यानी इंद्रधनुष के लिए एक भाई-बहन कैसे अनोखी यात्रा पर निकल पड़ते हैं यह देखना दिलचस्प होगा।
आईजीएनसीए में नामवर सिंह के जन्मोत्सव का सच

आईजीएनसीए में नामवर सिंह के जन्मोत्सव का सच

आने वाले जुलाई की 28 तारीख खास होगी। इस दिन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र एक नई श्रृंखला शुरु करने जा रहा है- संस्कृति संवाद। इस संवाद की शुरुआत प्रखर आलोचक नामवर सिंह से होगी। खास बात यह है कि इसी दिन नामवर सिंह का जन्मदिन है।
‘तीन’ तिलंगों की समीक्षा

‘तीन’ तिलंगों की समीक्षा

सुजय घोष की फिल्म ‘कहानी’ ने हिंदी थ्रिलर को नया रूप दिया था। कहानी बहुत ‘पेस’ के साथ चलती है। तीन के निर्माता के तौर पर सुजाय रिभू दासगुप्ता को बताना भूल गए होंगे कि वह उनकी छाया से बाहर जाकर भी फिल्म बना सकते हैं।
गौवंश से बढ़ेगा राजनैतिक कुनबा

गौवंश से बढ़ेगा राजनैतिक कुनबा

बीते दिनों जब पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय तथा पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन विभाग ने दिल्ली में गौ शालाओं पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया तो गौ शालाएं अचानक से खबरों में आ गईं। अब तक गौ शालाओं का संचालन ऐसा काम नहीं था जिस पर चर्चा की जाए। हिंदुत्व, गाय, गंगा के मुद्दे पर हमेशा ही मुखर रहने वाली मौजूदा सरकार ने अब गौ शालाओं पर काम करना शुरू किया है।
‘हाउसफुल’ होना तो मुश्किल है

‘हाउसफुल’ होना तो मुश्किल है

अक्षय कुमार तो कई तरह की फिल्में करते रहते हैं। उनके लिए यह खतरा मोल लेना ठीक है कि वह हाउसफुल जैसी फिल्में कर लें लेकिन इस फिल्म के बाकी कलाकारों ने क्या सोच कर इस फिल्म में काम किया होगा यह तो वही जाने।
राम मंदिर जल्दी न बना तो आंदोलन करेंगे संत

राम मंदिर जल्दी न बना तो आंदोलन करेंगे संत

उज्जैन सिंहस्थ में विश्व हिंदू परिषद के मंडप में बीते दो दिन संतों की बैठक हुई। संत समाज से आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि, जूना अखाड़ा सहित कई महामंडलेश्वर, शंकराचार्य आदि शामिल हुए। बैठक में सभी ने विश्व हिंदू परिषद के महामंत्री चंपत राय से चर्चा की।
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