Advertisement
08 September 2016

आसियान में मोदी बोले, सुरक्षा पर मंडराने वाला साझा खतरा है आतंकवाद का निर्यात

google

14 वें आसियान-भारत सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि घृणा की विचारधारा के कारण बढ़ता कट्टरपंथ और अत्यधिक हिंसा का प्रसार सुरक्षा से जुड़े कुछ अन्य खतरे हैं। नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच बढ़ते वाक्युद्ध के बीच मोदी ने दो दिन में दूसरी बार पाकिस्तान पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, आतंकवाद का निर्यात, बढ़ता कट्टरपंथ और अत्यधिक हिंसा का प्रसार हमारे समाजों की सुरक्षा पर मंडराने वाले साझा खतरे हैं।

मोदी ने कहा, यह खतरा स्थानीय, क्षेत्रीय और इसके साथ-साथ परिवर्तनशील है। आसियान के साथ हमारी साझेदारी विभिन्न स्तरों पर समन्वय और सहयोग के जरिए प्रतिक्रिया चाहती है। उन्होंने कहा कि बढ़ती पारंपरिक एवं गैर पारंपरिक चुनौतियों के मद्देनजर संबंधों में राजनीतिक सहयोग बेहद महत्वपूर्ण हो गया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हम साइबर सुरक्षा, कट्टरपंथ के उन्मूलन और आतंकवाद से मुकाबले के लिए ठोस कदम उठाना चाहते हैं। इससे पहले मोदी ने जी20 सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा था कि दक्षिण एशिया में एक देश एेसा है, जो आतंक के कारकों का प्रसार कर रहा है। मोदी ने कहा था कि आतंकवाद के प्रायोजकों पर प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए और उन्हें अलग-थलग कर देना चाहिए, न कि पुरस्कार दिया जाना चाहिए। प्रधानमंत्राी ने कहा कि आसियान भारत की एक्ट ईस्ट नीति के केंद्र में है। उन्होंने विभिन्न देशों के प्रमुखों के 10 सदस्यीय समूह से कहा, हमारा जुड़ाव क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि लाने वाली हमारी साझा प्राथमिकताओं से संचालित है। उन्होंने कहा कि संपर्क को बढ़ाना आसियान के साथ भारत की साझेदारी के केंद्र में है।

Advertisement

मोदी ने कहा कि भारत और दक्षिणपूर्वी एशिया के बीच अबाधित डिजीटल संपर्क एक साझा लक्ष्य है। भारत आसियान संपर्क के मुद्दे पर बने मास्टर प्लान के लिए प्रतिबद्ध है।

समुद्री मार्गों को वैश्विक व्यापार की जीवन रेखाएं बताते हुए मोदी ने कहा कि समुद्रों की सुरक्षा एक साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि भारत संयुक्त राष्‍ट्र के समुद्र कानून पर आधारित समझौते :यूएनसीएलओएस: के अनुरूप नौवहन की स्वतंत्रता का समर्थन करता है। उन्होंने आपसी जुड़ाव की प्रकृति, दिशा और प्राथमिकताओं पर अपने-अपने विचार साझा करने के लिए सदस्य देशों का शुक्रिया अदा किया।

उन्होंने कहा, हमारी साझेदारी के तीन स्तंभ हैं सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और समाज-संंस्कृति, तीनों ही क्षेत्रों में अच्छी प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि भारत और आसियान का जुड़ाव आर्थिक आशावाद का जुड़ाव है। उन्होंने कहा, हमारे आर्थिक संबंधों को विस्तार देना और इसे प्रागाढ़ करना जारी है। भाषा एजेंसी 

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: पीएम मोदी, आसियान, पाकिस्‍तान, आतंकवाद, चीन, वियतनाम, pm modi, pakistan, china, terrorism, china
OUTLOOK 08 September, 2016
Advertisement