अमेरिका में भारतीय मूल के एक और व्यक्ति की हत्या
हेनरी फोर्ड अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग में कार्यरत रमेश कुमार का शव बृहस्पतिवार देर शाम डेट्रॉयट से करीब 90 किलोमीटर दूर एक कार में यात्री सीट पर मिला था। पुलिस उनकी मौत के कारणों की पुष्टि के लिए जांच कर रही है।
कुमार के परिजनों का कहना है कि उन्हें किसी पर संदेह नहीं है। उन्होंने इसे घृणा अपराध मानने से भी इनकर कर दिया है। बेहद प्रभावी संगठन अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन के पूर्व अध्यक्ष और डॉक्टर कुमार के पिता नरेंद्र कुमार ने कहा, हमें हत्या के कारणों का पता नहीं है। पुलिस अभी पता लगा रही है। उन्होंने कहा, हमें कोई संदेह नहीं हैं। हमें नहीं लगता कि यह घृणा अपराध है।
रमेश ने कोच्चि के अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज से डॉक्टरी की पढ़ाई की है। रमेश जब अस्पताल अपने काम पर नहीं पहुंचे तो एक सहकर्मी ने उनके पिता को फोन करके कारण जानना चाहा। नरेन्द्र ने कहा, यह बहुत असामान्य था। उन्होंने कहा, राकेश को कई फोन कॉल किए, संदेश भेजे लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। फिर वह अपने बेटे के घर गए, वहां मकान खाली पाकर उन्होंने पुलिस को सूचित किया। कुछ ही घंटे बाद पुलिस को रमेश का शव मिला। पुलिस घटना के बारे में कोई टिप्पणी करने से बच रही है। (एजेंसी)