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01 December 2023

तेजी के जादूगर: तेज गेंदबाजी के सिकंदर

2023 विश्व कप में पूरी दुनिया ने भारतीय तेज गेंदबाजों का उदय देखा। आज से कुछ समय पहले तक, क्रिकेट में भारत को बल्लेबाजों और फिरकी गेंदबाजों का देश कहा जाता था। आज मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की पेस की तकत ने विश्व को भारत के तेज गेंदबाजों की तरफ देखने के लिए मजबूर किया है। हालांकि, इससे पहले भी कई तेज गेंदबाज अपने दौर में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने में कामयाब हुए हैं। आइए, इन खिलाड़ियों और भविष्य के सितारों पर एक नजर डालते हैं।

मोहम्मद निसार

दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद निसार भारत की ओर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंद फेंकने वाले पहले खिलाड़ी थे। उन्होंने 1932 में भारत के पदार्पण टेस्ट मैच में इंग्लैंड के खिलाफ पांच विकेट झटके थे। आजादी से पहले के युग में उभरे निसार महज 6 मैचों में 28.28 की औसत से 25 विकेट चटकाने में सफल रहे। 93 फर्स्ट क्लास मैचों में उनके नाम 396 विकेट हैं।

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अमर सिंह

दाएं हाथ के तेज गेंदबाज अमर सिंह भी विपक्षी बल्लेबाजों के लिए किसी खौफ से कम नहीं थे। अमर सिंह ने भारत के पदार्पण टेस्ट मैच में मोहम्मद निसार के साथ गेंदबाजी की कमान संभाली थी। उन्होंने भारत के लिए 7 टेस्ट मुकाबले खेलकर 28 विकेट चटकाए, जबकि 92 फर्स्ट क्लास मैचों में अमर सिंह के नाम 506 विकेट दर्ज हैं।

बलविंदर संधू

दाएं हाथ के मध्यम गति के गेंदबाज बलविंदर संधु गेंद को दोनों तरफ स्विंग करा सकते थे। दो साल के अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में संधु ने भारत की तरफ से 30 मैचों में 26 विकेट चटकाए। 1983 विश्व कप जीत, उनके करियर की सबसे शानदार झलकी रही। 55 फर्स्ट क्लास मुकाबलों में उनके नाम 168 विकेट दर्ज हैं।

कपिल देव

भारत ने 1983 में अपना पहला विश्व कप खिताब जीता था। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज और भारत के श्रेष्ठ ऑल राउंडर कपिल देव ने न केवल कप्तानी बल्कि अपने प्रदर्शन से इस जीत में बड़ा योगदान दिया। उन्होंने आठ मैचों में 12 विकेट हासिल किए। 356 मैचों में 687 विकेट चटकाने वाले कपिल देव अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की ओर से सर्वाधिक विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं।

मदन लाल

कई वर्षों तक, देश के अग्रणी खिलाड़ियों में से एक, दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मदन लाल 1983 विश्व कप विजेता टीम के नायकों में से एक रहे। उन्होंने फाइनल में तीन विकेट हासिल कर वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी की कमर तोड़ने का काम किया था। मदन लाल ने भारत की तरफ से 106 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और 144 विकेट भी झटके। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी उन्होंने 625 विकेट चटकाए।

जवागल श्रीनाथ

जैसे कपिल देव की गेंदबाजी ने भारत में स्विंग को लोकप्रिय बनाया। उसी तरह दाएं हाथ के गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने फास्ट बॉलिंग को चर्चा का विषय बनाया। जब 2003 में उन्होंने 11 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर से संन्यास लिया, तो श्रीनाथ किसी भारतीय तेज गेंदबाज द्वारा टेस्ट विकेट लेने के मामले में कपिल के बाद दूसरे स्थान पर थे। श्रीनाथ ने 296 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 551 विकेट झटके।

वेंकटेश प्रसाद

दाएं हाथ के तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद 1996 में अपने पदार्पण से लेकर 2001 में संन्यास लेने तक भारतीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य थे। लंबे कद के प्रसाद की महान ताकत यह थी कि वे गेंद को दोनों तरफ घुमा सकते थे। प्रसाद ने भारत की तरफ से 194 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले और 292 विकेट हासिल किए।

अतुल वासन

दाएं हाथ के मध्यम तेज गति के गेंदबाज अतुल वासन 1990-91 में कुछ दौरों पर भारतीय टीम का हिस्सा रहे। उन्होंने भारत की तरफ से खेले गए 13 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 21 विकेट झटके। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम 80 मैचों में 290 विकेट दर्ज हैं।

मुनफ पटेल

2011 विश्व कप जीत के एक और हीरो थे दाएं हाथ के स्विंग गेंदबाज मुनाफ पटेल। 2006 में डेब्यू करने के बाद अगले पांच साल तक मुनाफ ने भारत को मिली कई जीत में अहम योगदान दिया। उन्होंने भारत की तरफ से 86 मुकाबले खेलकर 125 अंतरराष्ट्रीय विकेट अपने नाम किए।

मनोज प्रभाकर

1990 के दशक की शुरुआत में मनोज प्रभाकर भारतीय टीम में नियमित खिलाड़ी थे। उनकी गेंदबाजी उनका सबसे मजबूत पक्ष थी। दाएं हाथ के गेंदबाज प्रभाकर को स्विंग गेंदबाजी के साथ उनकी चालाक गेंदों के कारण जाना जाता था। मनोज प्रभाकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की तरफ से खेले 169 मुकाबलों में 253 विकेट अपने नाम किए।

उमरान मलिक

दाएं हाथ के तेज गति के गेंदबाज उमरान मलिक न केवल इसलिए चर्चित हैं कि वे जम्मू-कश्मीर से आते हैं, बल्कि इसलिए भी क्योंकि वे लगातार 150 किमी प्रति घंटे की गति से गेंद फेंक सकते हैं। उमरान को अभी से भारत का भविष्य कहा जाता है। हालांकि, युवा उमरान ने अब तक केवल 18 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और 24 विकेट हासिल किए हैं।

जहीर खान

बाएं हाथ के तेज गति के गेंदबाज जहीर खान 2003 और 2011 विश्व कप में भारत की तरफ से सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्हें भारत के श्रेष्ठ बाएं हाथ के गेंदबाजों में भी गिना जाता है। जहीर खान ने 309 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 610 चटकाए और वह कपिल देव के बाद भारत के दूसरे सबसे सफल तेज गेंदबाज हैं।

उमेश यादव

तेज गेंदबाज के रूप में, दाएं हाथ के उमेश यादव के पास कई कौशल हैं। वे नियमित रूप से 140 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति से गेंदबाजी करते हैं, गेंद को दोनों तरफ घुमाते हैं। वे बहुत प्रभावी ढंग से बॉल को बाउंस करते हैं। 2010 में भारत के लिए डेब्यू करने वाले उमेश यादव ने अब तक 141 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 288 विकेट लिए हैं।

प्रवीण कुमार

भारत में जादूगर नाम से प्रसिद्ध दाएं हाथ के मध्यम गति के गेंदबाज प्रवीण कुमार की गेंद को स्विंग करने की कला अद्भुत थी। 2009 और 2010 के अंत के बीच, वे भारत की पेस बैटरी के एक प्रमुख तत्व थे। प्रवीण ने पांच साल लंबे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर के दौरान 84 मुकाबलों में 112 विकेट अपने नाम किए।

अजीत आगरकर

एकदिवसीय क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे तेज 50 विकेट चटकाने का रिकॉर्ड दाएं हाथ के तेज गेंदबाज अगरकर के नाम दर्ज है। अगरकर को एकदिवसीय क्रिकेट का विशेषज्ञ माना जाता था। उन्होंने 2005-06 में यकीनन भारत के सबसे प्रभावी एकदिवसीय गेंदबाज के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया। अगरकर ने 221 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत को 349 सफलताएं दिलाईं।

रुद्र प्रताप सिंह

बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आरपी सिंह ने 2004 में बांग्लादेश में अंडर-19 विश्व कप में सुर्खियां बटोरीं थीं। इसके तीन साल बाद उन्होंने 2007 टी20 विश्व कप जीत में अहम भूमिका भी निभाई। आरपी सिंह के पास नई गेंद को दोनों तरफ घुमाने और पुरानी गेंद को रिवर्स करने की क्षमता थी। उन्होंने 82 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 124 विकेट झटके।

शार्दुल ठाकुर

मुंबई के मैदानों पर बड़े हुए शार्दुल ठाकुर को गोल्डन आर्म और लॉर्ड शार्दुल कहकर पुकारा जाता है। पिछले कुछ साल से भारतीय टीम में नियमित खिलाड़ी दाएं हाथ के तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर के पास विकेट लेने की अद्भुत क्षमता है। शार्दुल ठाकुर ने अब तक 82 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 128 विकेट चटकाए हैं।

इरफान पठान

2007 टी20 विश्व कप के फाइनल में मैन ऑफ द मैच चुने गए बाएं हाथ के तेज गेंदबाज इरफान पठान को तेज गति से गेंद स्विंग करने के लिए जाना जाता था। 19 वर्ष की छोटी आयु में भारत की तरफ से पदार्पण करने वाले इरफान ने 173 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले, जिसमें उन्होंने 301 विकेट हासिल किए।

भुवनेश्वर कुमार

वर्ष 2012 के अंत में भारत की तरफ से पदार्पण करने वाले दाएं हाथ के गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की स्विंग, उनकी लाइन लेंथ का हर कोई आज भी कायल है। अपने शुरुआती मैचों में ही भुवनेश्वर ने अपनी बॉलिंग से स्विंग किंग का टैग जीत लिया था। 2015 और 2019 विश्व कप में भारतीय दल का अहम हिस्सा रहे भूवी अब तक 229 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 294 विकेट हासिल कर चुके हैं।

आशीष नेहरा

बाएं हाथ के तेज गेंदबाज़ आशीष नेहरा में एक क्लासिक बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के अधिकांश गुण थे- गति, सटीकता, लाइन और लंबाई में सूक्ष्म बदलाव, आउटस्विंगर और इनस्विंगर। नेहरा ने 264 मैचों में 235 विकेट हासिल किए। 2016 टी20 विश्व कप में आशीष नेहरा ने भारत की ओर से सर्वाधिक विकेट झटके थे।

एस श्रीसंत

घरेलू क्रिकेट में केरल जैसी कम चर्चित टीम से खेलने के बावजूद श्रीसंत ने बहुत जल्द भारतीय टीम में जगह बना ली थी। एक समय पर उन्हें तेज गेंदबाजी का बादशाह कहा जाता था। वे 2011 विश्व कप विजेता भारतीय टीम का भी हिस्सा थे। कुछ बहुचर्चित कारणों से उनका क्रिकेट करियर बीच में छूट गया मगर उससे पहले ही वह 90 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 169 विकेट ले चुके थे।

इशांत शर्मा

भारत के होनहार तेज गेंदबाजों में से एक दाएं हाथ के इशांत शर्मा ने 18 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखते ही तहलका मचा दिया। शुरुआती दिनों में ही उन्हें कई महान खिलाड़ियों ने भारतीय क्रिकेट का अगला बड़ा स्टार भी कहा। इशांत ने भारत की ओर से खेले 199 मुकाबलों में 434 विकेट अपने नाम किए। वे भारत के पांचवे सबसे सफल तेज गेंदबाज भी हैं।

अर्शदीप सिंह

2022 टी20 विश्व कप में भारतीय टीम की तरफ से गेंद संभालने वाले बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने भारत की ओर से तीन एकदिवसीय मुकाबले और 36 टी20 मैच खेले हैं। युवा अर्शदीप को अभी वनडे क्रिकेट में पहले विकेट का इंतजार है लेकिन अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में 54 विकेट अपने नाम कर चुके हैं।

मोहम्मद सिराज

आइसीसी रैंकिंग के लिहाज से, वर्तमान में विश्व के टॉप 5 गेंदबाजों में शामिल दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज का उदय मिसाल से कम नहीं। उत्कृष्ट प्रदर्शन के चलते उन्हें भविष्य का सितारा माना जाने लगा है। वे अब तक 69 अंतरराष्ट्री मैचों में 137 विकेट अपने नाम कर चुके हैं।

मोहम्मद शमी

दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी भारत के इतिहास के चौथे और एक दिवसीय विश्व कप में भारत के सबसे सफल तेज गेंदबाज बन गए हैं। 2015, 2019 के वन डे विश्व कप में उनका प्रदर्शन साधारण रहा था। इस बार 2023 में उन्होंने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। 187 अंतरराष्ट्रीय मैचों में शमी ने अब तक 447 विकेट हासिल कर लिए हैं।

जसप्रीत बुमराह

अपने गेंदबाजी एक्शन, गति और छकाने वाली गेंदबाजी के लिए विश्व में पहचान रखने वाले दाएं हाथ के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह अपने आप में बहुत जुदा और विशेष हैं। वर्ष 2016 से भारतीय क्रिकेट टीम में नियमित नाम बुमराह को भारतीय गेंदबाजी की रीढ़ कहा जाता है। उन्होंने अब तक 180 मैचों में भारत को 349 सफलताएं दिलाई हैं।

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TAGS: Indian cricket team, team India, indian fast bowlers, jasprit Bumrah, mohmmad siraj, shami, world cup 2023
OUTLOOK 01 December, 2023
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