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20 September 2024

'हरियाणा का लाल' नारे के साथ आप को उम्मीद, केजरीवाल से जुड़ेगी जनता; क्या चलेगा दिल्ली वाला जादू?

अपने राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को धरती पुत्र के रूप में पेश करते हुए आम आदमी पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनावों में अपनी छाप छोड़ने की उम्मीद कर रही है, जहां उसे अभी तक कोई चुनावी सफलता नहीं मिली है।

हरियाणा में किसी राजनीतिक पार्टी की चुनावी सफलता में जातिगत समीकरणों की महत्वपूर्ण भूमिका होने के कारण आप लोगों से विधानसभा चुनावों में उसे एक मौका देने का आग्रह कर रही है, क्योंकि उसने पहले ही अन्य सभी प्रमुख राजनीतिक दलों को मौका दे दिया है।

आप के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक ने कहा, "अरविंद केजरीवाल को एक मौका दीजिए। अगर वह लोगों के लिए काम करते हैं तो अगली बार उन्हें वोट दीजिए, अन्यथा उन्हें वोट मत दीजिए।"

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पाठक, जो राज्यसभा सांसद भी हैं, ने कहा कि हरियाणा के लोग तय करेंगे कि क्या उन्हें वही सरकार चाहिए जो अब तक चल रही है या वे 'बदलाव' चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर लोगों को लगेगा कि वे बदलाव चाहते हैं तो वे निश्चित रूप से हमें जिताएंगे और वे तय करेंगे कि हरियाणा में आप को कितनी सीटें मिलेंगी।

उन्होंने कहा, ‘‘आप हरियाणा के हर व्यक्ति की आवाज है।’’

आबकारी नीति भ्रष्टाचार मामले में हाल ही में केजरीवाल को जमानत मिलने के बाद, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री शुक्रवार को पार्टी के अभियान में शामिल होंगे और आने वाले दिनों में 11 जिलों में 13 कार्यक्रमों में भाग लेंगे, जिनमें डबवाली, रानिया, भिवानी, महम, कलायत, असंध और बल्लभगढ़ निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं।

इससे पहले केजरीवाल की अनुपस्थिति में उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और सांसद संजय सिंह सहित अन्य नेता हरियाणा में चुनाव प्रचार की कमान संभाल रहे थे।

आप नेता हरियाणा में मतदाताओं को लुभाने के लिए दिल्ली और पड़ोसी पंजाब में केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप सरकार द्वारा किए गए कार्यों को उजागर कर रहे हैं।

जनसभाओं को संबोधित करते हुए आप नेता घरेलू उपभोक्ताओं के लिए मुफ्त और चौबीसों घंटे बिजली, सरकारी स्कूलों और अस्पतालों की कायापलट, मुफ्त और अच्छी शिक्षा, मोहल्ला क्लीनिकों की स्थापना, जो उन्होंने पंजाब और दिल्ली में किया है, के बारे में शेखी बघारते रहे हैं।

पार्टी ने महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपए देने का भी वादा किया है, हालांकि इसे अभी दिल्ली और पंजाब में लागू किया जाना है। रैलियों के दौरान सुनीता केजरीवाल हरियाणा के लोगों को याद दिलाती रही हैं कि उनके पति का जन्म सिवानी गांव में हुआ था और उनका लालन-पालन हिसार में हुआ।

उन्होंने अपने पति को 'हरियाणा का लाल' बताया और कहा कि केजरीवाल ने ऐसे काम किए हैं जो बड़ी पार्टियां और बड़े नेता कभी नहीं कर सकते। उन्होंने भाजपा पर अपने पति को फर्जी मामले में जेल में डालने का आरोप लगाया था और हरियाणा के लोगों से पूछा था कि क्या वे चुप रहेंगे और उनके बेटे का समर्थन नहीं करेंगे।

हरियाणा विधानसभा चुनाव में गठबंधन के लिए कांग्रेस के साथ बातचीत सफल नहीं हो पाने के बाद आप अकेले ही चुनाव लड़ रही है।

2024 के लोकसभा चुनावों में केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी, जो इंडिया ब्लॉक का हिस्सा थी, ने कुरुक्षेत्र संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा। लेकिन इसके उम्मीदवार सुशील गुप्ता, जो राज्य इकाई के अध्यक्ष भी हैं और पार्टी के सबसे बड़े दावेदार हैं, भाजपा के नवीन जिंदल से लगभग 29,000 मतों से हार गए।

हालांकि आप 2024 के विधानसभा चुनावों में फिर से अपनी किस्मत आजमाने जा रही है, लेकिन इसका पिछला चुनावी रिकॉर्ड हरियाणा में इसके निराशाजनक प्रदर्शन को दर्शाता है। 2014 के लोकसभा चुनावों में, आप ने हरियाणा की सभी 10 संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा था।

आप ने 2019 के लोकसभा चुनावों में जननायक जनता पार्टी से हाथ मिलाया था और फरीदाबाद, करनाल और अंबाला से तीन उम्मीदवार उतारे थे और वे भी हार गए थे।

2019 के विधानसभा चुनाव में आप ने 46 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज करने में असफल रही थी। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होगा और 8 अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी।

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TAGS: Haryana ka lal, aam Aadmi party aap, arvind kejriwal, delhi former cm, haryana assembly elections
OUTLOOK 20 September, 2024
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