Advertisement
14 April 2017

मोदी की आलोचना से 'आप' की तौबा, हार के बाद बदली रणनीति

google

दिल्ली की राजौरी गार्डन विधानसभा सीट के उपचुनाव में पार्टी की जमानत जब्त होने के बाद निगम चुनाव अब आप के लिये लिटमस टैस्ट साबित होगा। इस हकीकत को समझते हुये आप ने प्रचार की रणनीति को बदला है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि निगम चुनाव में आप सकारात्मक प्रचार अभियान के साथ आगे बढ़ेगी। हालांकि पंजाब और गोवा चुनाव के बाद से केजरीवाल ने भी अब मोदी पर सीधे निशाना साधने से दूरी बना ली है।

पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि नकारात्मक प्रचार के बजाय साल 2015 के विधानसभा चुनाव में अपनायी गयी रणनीति की तरफ वापसी करना समय की मांग है। पिछले चुनाव में जिस तरह पार्टी ने 49 दिन की सरकार के कामों को जनता के समक्ष रखकर सकारात्मक प्रचार कर ऐतिहासिक बहुमत हासिल किया था, उसी तरह निगम चुनाव में भी पार्टी ने केजरीवाल सरकार के दो साल के कामकाज को प्रचार का हिस्सा बनाया है।

इतना ही नहीं हाल ही में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भाजपा की जीत के मद्देनजर भी आप ने मोदी को निशाना बनाने से तौबा कर ली है। पार्टी के रणनीतिकारों को लगता है कि दिल्ली में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मतदाताओं की भारी संख्या को देखते हुये मोदी विरोध का असर उल्टा पड़ सकता है। इससे जनता का आप के प्रति गुस्सा बढ़ने का जोखिम ज्यादा है।

Advertisement

पार्टी ने मोदी को निशाना बनाने के अब तक के अनुभव से सबक लेते हुये प्रचार की रणनीति को लेकर यूटर्न लिया है। पार्टी के नेता यह मानने लगे हैं कि पिछले लोकसभा चुनाव में भी सिर्फ मोदी विरोध के इर्दगिर्द घूमती प्रचार नीति का नतीजा था कि पार्टी की जीत सिर्फ पंजाब की चार सीटों तक सिमट कर रह गयी और केजरीवाल सहित सभी प्रत्याशी चुनाव हार गये। नतीजन अब आप ने निगम चुनाव में सिर्फ केजरीवाल सरकार के बेहतर कामों को प्रचार के केन्द्र में रखा है। भाषा

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: पीएम मोदी, अरविंद केजरीवाल, आलोचना, निगम चुनाव, pm modi, arvind kejariwal, corporation election, aap
OUTLOOK 14 April, 2017
Advertisement