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16 July 2024

तिहाड़ जेल प्रशासन ने सीएम केजरीवाल के स्वास्थ्य पर 'आप' के दावे को किया खारिज

तिहाड़ जेल प्रशासन ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) के उन दावों को ‘झूठा’ और ‘भ्रामक’ बताकर खारिज कर दिया जिसमें कहा गया है कि उसके पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल की सेहत बिगड़ रही है। वहीं, आप नेताओं ने दावा किया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कोमा में जा सकते हैं।

तिहाड़ जेल प्रशासन ने कहा कि केजरीवाल का वजन जेल में केवल दो किलोग्राम कम हुआ है और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का एक चिकित्सा बोर्ड उनकी नियमित निगरानी कर रहा है।

आप की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की मंत्री आतिशी ने एक संवाददाता सम्मेलन में फिर से आरोप लगाया कि भाजपा केजरीवाल को स्थायी रूप से शारीरिक क्षति पहुंचाने की कोशिश कर रही है और उनका रक्त शर्करा पांच बार 50 मिलीग्राम प्रति डेसी लीटर तक गिर गया है। आतिशी ने दावा किया कि वह (केजरीवाल) कोमा में जा सकते हैं।

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दावा किया कि जब भी केजरीवाल के मामले में अदालत में सुनवाई करीब होती है, तो ‘आप’ नेता चिकित्सा मुद्दों के बारे में ‘बयानबाजी’ का सहारा लेते हैं ताकि उन्हें जमानत मिल सके।

दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि जब भी केजरीवाल के मामले में अदालत में सुनवाई नजदीक आती है, तो आप नेता बयानबाजी करने लगते हैं कि वह वजन घटने और रक्त शर्करा के स्तर में गिरावट जैसी चिकित्सीय समस्याओं का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘केजरीवाल हर दिन जेल में घर का बना खाना खाते हैं। अगर उनका वजन कम हो रहा है तो इसका मतलब है कि उनके भोजन में पोषक तत्वों की कमी है और ऐसा जानबूझकर किया जा रहा है ताकि उनको जमानत मिल सके।’’

आतिशी ने रविवार को दावा किया था कि केजरीवाल, जो मधुमेह के रोगी हैं, को 8.5 किलोग्राम वजन घटने और खतरनाक रूप से कम रक्त शर्करा स्तर के कारण गंभीर स्वास्थ्य संबंधी जोखिम का सामना करना पड़ रहा है।

आतिशी ने सोमवार को कहा, ‘‘चिकित्सक आपको बताएंगे कि जब मधुमेह के रोगी का शुगर स्तर अचानक गिर जाता है तो यह घातक होता है और 20-30 मिनट के भीतर वह व्यक्ति कोमा में जा सकता है, उसे ‘ब्रेन स्ट्रोक’ और रक्तस्राव का सामना करना पड़ सकता है और यहां तक कि उसकी मृत्यु भी हो सकती है।’’

 

आतिशी ने आरोप लगाया कि भाजपा ने केजरीवाल की जान को खतरे में डाल दिया है। उन्होंने भाजपा से दिल्ली के मुख्यमंत्री के जीवन के साथ खिलवाड़ करने और इस पर राजनीति करना बंद करने के लिए कहा।

दिल्ली सरकार के गृह विभाग को भेजी गई एक रिपोर्ट में तिहाड़ प्रशासन ने केजरीवाल के बारे में जानकारी साझा की और कहा कि आप मंत्रियों और नेताओं द्वारा गढ़ी गई कहानी ‘‘जनता को भ्रमित और गुमराह करती है।’’

तिहाड़ की रिपोर्ट में कहा गया है कि जब केजरीवाल पहली बार एक अप्रैल को जेल आए थे तो उनका वजन 65 किलोग्राम था और आठ से 29 अप्रैल के बीच उनका वजन 66 किलो था। रिपोर्ट के मुताबिक, 21 दिन की जमानत के बाद जब वह दो जून को जेल लौटे तो उनका वजन 63.5 किलोग्राम था।

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘14 जुलाई को उनका वजन 61.5 किलोग्राम था। इसलिए प्रभावी रूप से उनका वजन दो किलोग्राम कम हो गया।’’ रिपोर्ट में कहा गया है कि केजरीवाल जेल में घर का बना खाना खा रहे हैं लेकिन नियमित रूप से अपने भोजन का कुछ हिस्सा वापस कर देते हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि एम्स का एक चिकित्सा बोर्ड लगातार मुख्यमंत्री की निगरानी कर रहा है और उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल बोर्ड के साथ नियमित संपर्क में हैं।

इसमें कहा गया है, ‘‘आरोपी के रक्तचाप और शर्करा के स्तर तथा वजन की नियमित रूप से निगरानी की जा रही है और उन्हें उनकी सभी बीमारियों के लिए पर्याप्त उपचार प्रदान किया जा रहा है। उन्हें नियमित रूप से दिन में तीन बार घर का बना खाना दिया जा रहा है। निहित स्वार्थी समूहों द्वारा मीडिया में की जा रही बदनामी को देखते हुए ये तथ्य रिकॉर्ड में लाए गए हैं।’’

इस बीच आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि जेल अधिकारियों द्वारा ‘लीक’ की गई रिपोर्ट से पता चलता है कि केजरीवाल का वजन कम हो गया और उन्हें जेल में कई बार ‘हाइपोग्लाइसीमिया’ (रक्त शर्करा के कम होने की समस्या) का सामना करना पड़ा जिसके कारण ‘कुछ अप्रिय’ घटित हो सकता है।

‘आप’ सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा केजरीवाल की जान से खेल रही है। उन्होंने कहा कि किसी की मेडिकल रिपोर्ट ‘लीक’ करना अपराध है और इसकी जांच होनी चाहिए।

एक बयान में संजय सिंह ने कहा कि तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने भी माना कि केजरीवाल के रक्त में शर्करा का स्तर कई बार गिरा है और उनका वजन भी कम हुआ है। उन्होंने दावा किया कि ‘आप’ प्रमुख के रक्त शर्करा का स्तर पांच मौकों पर रात में 50 मिलीग्राम प्रति डेसी लीटर से कम हो चुका है और किसी दिन कोई अप्रिय घटना हो सकती है, वह (केजरीवाल) कोमा में जा सकते हैं।

केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 21 मार्च को दिल्ली सरकार की आबकारी नीति (अब रद्द हो चुकी) 2021-22 में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद कथित घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 26 जून को उन्हें तिहाड़ जेल से गिरफ्तार किया था।

केजरीवाल को शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय ने धन शोधन मामले में अंतरिम जमानत दे दी थी, लेकिन सीबीआई के मामले में वह अब भी जेल में हैं।

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TAGS: Tihar Jail administration, rejects AAP's claim, CM Arvind Kejriwal's health
OUTLOOK 16 July, 2024
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