कपिल मिश्रा ने फिर किया विवादित ट्वीट, कहा ‘केजरीवाल के बाद अब ओवैसी भी हनुमान चालीसा पढ़ेगा’
भाजपा नेता और दिल्ली के मॉडल टाउन क्षेत्र से उम्मीदवार, कपिल मिश्रा, जिन्हे पहले ही मंगलवार को अपने भड़काऊ भाषणों के लिए चुनाव आयोग द्वारा चेतावनी मिल चुकी है, ने एक और बयान दिया जिसने विवाद खड़ा कर दिया है। अब कपिल मिश्रा ने आपत्तिजनक ट्वीट किया है। इस ट्वीट के जरिए कपिल मिश्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन औवेसी पर निशाना साधा है।
ये था पूरा ट्वीट
मंगलवार सुबह कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया कि केजरीवाल हनुमान चालीसा पढ़ने लगे हैं, अभी तो ओवैसी भी हनुमान चालीसा पढ़ेगा। ये हमारी एकता की ताकत हैं। ऐसे ही एक रहना हैं। इकट्ठा रहना हैं। एक होकर वोट करना हैं। उन्होंने आगे लिखा कि हम सबकी एकता से 20 प्रतिशत वाली वोट बैंक की गंदी राजनीति की कब्र खुदकर रहेगी। इससे पहले सोमवार को भी कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर केजरीवाल पर हमला बोला था।
केजरीवाल ने हनुमान चालीसा पढ़ी थी
हाल ही में एक चैनल के कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल ने हनुमान चालीसा पढ़ी थी। इसे खुद अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट भी किया था। इसी को लेकर कपिल मिश्रा ने केजरीवाल पर निशाना साधा था।
आप को मुस्लिम लीग रख लेना चाहिए अपना नाम
सोमवार को कपिल मिश्रा ने एक बार फिर से पाकिस्तान का जिक्र करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी को अपना नाम बदल कर मुस्लिम लीग रख लेना चाहिए। क्योंकि उमर खालिद, अफजल गुरू, बुरहान वानी आतंकवादियों को अपना बाप मानने वालों को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से डर लग रहा है। और ऐसा पहली बार नहीं है जब कपिल मिश्रा ने विवादित बयान दिए हो, इससे पहले भी शाहीन बाग को मिनी पाकिस्तान बता चुके हैं। इसी को लेकर उसके ट्वीट पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई कर उन पर बैन लगा दिया था।
भाजपा तीखी आलोचना के घेरे में
आठ फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार के दौरान उनके कई नेताओं को भड़काऊ भाषण देते हुए पकड़े जाने के बाद भाजपा तीखी आलोचना के घेरे में आ गई है। हालांकि चुनाव आयोग ने मिश्रा और अन्य भाजपा नेताओं के आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए फटकार लगाई है, लेकिन आलोचकों और विपक्ष ने इसे सतही करार दिया और तर्क दिया कि नेताओं पर नियंत्रण लगाने के लिए और अधिक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है।