गांधी के विरोधियों को कांग्रेस का जवाब, ‘अब्दुल कलाम भी चाहते थे किसी को न हो फांसी’
सोमवार को शिवसेना सांसद राउत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने ऐसे शख्स को उपराष्ट्रपति पद के लिए क्यों चुना जो देश के गद्दार को फांसी के फंदे से बचाना चाहता था। उन्होंने कहा, “मैं विपक्ष से पूछना चाहता हूं कि यह किस तरह की मानसिकता है।”
इस पर कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने जवाब दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि दिवंगत राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम भी हमेशा से फांसी के विरोध में थे। ख्ाेड़ा ने हिंदी न्यूज चैनल आज तक के एक कार्यक्रम में यह बयान दिया।
पवन खेड़ा ने कहा कि महात्मा गांधी के तीनों बेटों ने उनके हत्यारे गोडसे की भी फांसी का विरोध किया था। ये चीजें चलती रहती हैं। खेड़ा ने कहा कि मैं ऐसे कई मामले जानता हूं जिसमें एपीजे अब्दुल कलाम भी फांसी नहीं चाहते थे।
बता दें कि शिवसेना के बयान आने के बाद गांधी के एक और पोते तुषार गांधी भी लगातार इस मसले पर ट्वीट करते दिख रहे हैं।
My grandfather & his brothers pleaded for commuting of death sentence of their father's murderers, Indipendence India's first terrorist.
— Tushar (@TusharG) 17 July 2017
Since when did forgiving become a sin? Oh since the Bigots hijacked Hinduism! https://t.co/NR6ppmXM3e
— Tushar (@TusharG) 18 July 2017
गौरतलब है कि जुलाई 2015 में गोपाल कृष्ण गांधी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को खत लिखकर मेमन की दया याचिका पर ‘पुनर्विचार’ करने की अपील की थी।