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05 November 2019

राम विलास पासवान के बेटे चिराग पासवान बने लोजपा अध्यक्ष, कार्यकारिणी बैठक में हुआ ऐलान

File Photo

केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान को लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। दिल्ली में हुई पार्टी की बैठक में इस फैसले पर मुहर लगी। चिराग पासवान लगातार दो बार से बिहार की जमुई लोकसभा सीट से सांसद हैं। राम विलास पासवान (73) ने वर्ष 2000 में लोजपा की स्थापना की थी। रामविलास पासवान अब पार्टी के संरक्षक की जिम्मेदारी निभाएंगे।

राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में हुआ ऐलान

मंगलवार को दिल्ली में लोजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में राम विलास पासवान और चिराग पासवान समेत पार्टी के तमाम बड़े नेता मौजूद थे। इस बैठक में चिराग पासवान को लोजपा का अध्यक्ष बनाने का औपचारिक ऐलान किया गया। इसके साथ ही लोजपा की कमान अब पूरी तरह युवा हाथों में आ चुकी है। बिहार में पार्टी की कमान पहले ही राम विलास पासवान के भाई और पूर्व सांसद दिवंगत रामचंद्र पासवान के बेटे प्रिंस राज को सौंपी गई थी। प्रिंस ने हाल ही में समस्तीपुर लोकसभा उपचुनाव में जीत हासिल की थी।

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चिराग पासवान जमुई से हैं सांसद

36 वर्षीय चिराग पासवान ने अपने करियर की शुरुआत फिल्मों में अभिनय से की थी लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही। 2011 में उन्होंने मिले न मिले हम फिल्म में काम किया। बॉलीवुड में कामयाबी नहीं मिलने के बाद बाद वह राजनीति में आए और 2014 के लोकसभा चुनाव में जमुई सीट पर 80 हजार से ज्यादा मतों से विजयी हुए थे। 2019 के चुनाव में चिराग ने 5 लाख से ज्यादा वोट हासिल करते हुए लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की।

पढ़ाई के बीच में फिल्मों में आजमाई किस्मत

31 अक्टूबर 1983 को बिहार के खगड़िया जिले में जन्मे चिराग पासवान ने दिल्ली के नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग से 10वीं और 12वीं की शिक्षा हासिल की। इसके बाद उन्होंने बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी में बीटेक कंप्यूटर साइंस में ऐडमिशन लिया। हालांकि पढ़ाई के बीच में ही वह मॉडलिंग और फिल्मों में किस्मत आजमाने मुंबई निकल गए। वह चिराग का रोजगार नाम से एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) भी चलाते हैं, जो राज्य के बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने के लिए काम करता है।

चिराग ने दी एनडीए में जाने की सलाह

2014 के लोकसभा चुनाव से पहले राम विलास पासवान असमंजस में थे कि वह यूपीए के साथ जाएं या एनडीए में शामिल हों। सियासी जानकार बताते हैं कि चिराग की सलाह पर ही पासवान ने एनडीए के साथ जाने का फैसला किया। एनडीए गठबंधन के तहत एलजेपी ने 7 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा और 6 पर कामयाबी हासिल की।

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TAGS: Ram Vilas Paswan, son chirag paswan, LJP
OUTLOOK 05 November, 2019
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