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27 July 2018

भूख से मरा छह बच्चों का पिता तब राशन लेकर पहुंचा प्रशासन

दिल्ली में तीन सगी बहनों की मौत के बाद अब झारखंड में भी भूख से एक 40 वर्षीय व्यक्ति की मौत की खबर सामने आई है। मृतक राजेंद्र बिरहोर की पत्नी शांति देवी ने बताया कि राशन कार्ड नहीं होने के कारण उनके परिवार को रियायती दर पर अनाज नहीं मिल रहा था। गुरुवार शाम भूख से पति की मौत के बाद प्रशासन ने इस परिवार को राशन और दस हजार रुपये की आर्थिक मदद मुहैया कराई है। प्रशासन ने परिवार के पास राशन कार्ड नहीं होने की बात स्वीकार करते हुए कहा है कि राजेंद्र की मौत भूख से नहीं ‘बीमारी’ से हुई है। उल्लेखनीय है कि झारखंड में पिछले कुछ महीनों में भूख से मरने की कई घटनाएं सामने आई है, लेकिन हर बार प्रशासन इसे झूठलाता रहा है।

बिरहोर कबीले से ताल्लुक रखने वाला राजेंद्र झारखंड के रामगढ़ जिले के नवाडीह गांव का रहने वाला था। शांति देवी ने बताया कि उसका पति जान्डिस से पीड़ित था। हाल में इलाज के लिए वह राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज गया था। डॉक्टर ने कुछ दवाएं लिख दी और बिना भर्ती कि उसे घर भेज दिया। उनके पास दवाएं और खाना खरीदने का पैसा नहीं था। आखिर में बिना दवाओं और कई दिनों तक भूखे रहने के बाद राजेंद्र की मौत हो गई।

छह बच्चों का पिता राजेंद्र अपने घर में कमाने वाले एकमात्र व्यक्ति था। मौत के बाद मांडू के बीडीओ मनोज कुमार गुप्ता उसके घर पहुंचे और परिवार को अनाज और कुछ पैसे दिए। गुप्ता ने कहा कि इस बात की जांच की जा रही है कि इस परिवार के पास राशन कार्ड क्यों नहीं था।

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TAGS: झारखंड, भूख से मौत, बिरहोर, राशन कार्ड, Jharkhand, ration card, hunger, Birhor
OUTLOOK 27 July, 2018
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