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26 November 2020

झारखंड: जानवरों के टीकाकरण पर लगी रोक, 30 लाख पशुओं का होना है टीकाकरण

File Photo

झारखंड में जानवरों में होने वाले खुरपका-मुंहपका जिसे स्‍थानीय भाषा में खुरहा-चपका रोग बोलते हैं से बचाव के लिए टीकाकरण पर सरकार ने रोक लगा दी है। केंद्र सरकार ने वैक्सिन की गुणवत्‍ता मानक के अनुरूप नहीं होने के कारण झारखंड सहित कोई आधा दर्जन राज्‍यों को इसका इस्‍तेमाल न करने की सलाह दी थी। केंद्र के निर्देश के बाद राज्‍य सरकार ने जिला पशुपालन अधिकारियों को रोक का आदेश जारी कर दिया है। हैदराबाद की एक कंपनी ने दवा की आपूर्ति की थी। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की इकाई आरवीआरआइ से वैक्सिन की जांच कराई गई थी जिसमें गुणवत्‍ता मानक के अनुसार नहीं पाया गया था। जिन अन्‍य प्रदेशों में टीकाकरण पर रोक लगाई गई है वे हैं पंजाब, राजस्‍थान, असम, दमन व जम्‍मू कश्‍मीर।

सरकारी सूत्रों के अनुसार प्रदेश में करीब 30 लाख जानवरों का टीकाकरण किया जाना है। राज्‍य के 24 में 22 जिलों में टीकाकरण का काम प्रारंभ हो गया था। करीब 70 हजार जानवरों को टीके लगाये जा चुके थे इसी बीच रोक का आदेश आ गया है। कृषि एवं पशुपालन सचिव अबु बकर सिद्दीकी कहते हैं कि केंद्र से पुन: निर्देश के अनुसार टीकाकरण का काम शुरू होगा।

विभाग के अनुसार खुरहा-चपका रोग मूलत: दो खुर वाले गाय, भैंस, बैल, सांढ़, भेंड, बकरियों में होता है। ऐसे में इनका चलना और खड़े होना और खाना मुश्किल होता है। तेज बुखार होने के कारण जानवर खाना-पीना और जुगाली करना भी बंद कर देते हैं। बच्‍चों पर ज्‍यादा बुरा असर होता है। यह अति संक्रामक रोग है। वयस्‍क पशुओं की क्षमता कम कर देता है और इसके विषाणु लंबे समय तक जीवित रहते हैं। बीते साल झारखंड के टंडवा व करीबी इलाके में इस रोग से अनेक जानवरों की मौत हो गई थी। केंद्र से समय पर निर्देश व दवा का इंतजाम नहीं होत है तो बीमारी फैसलने पर पशुपालकों का बड़ा नुकसान हो सकता है।

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TAGS: Jharkhand, Ban on vaccination, 30 lakh animals, झारखंड सरकार, जानवरों का टीकाकरण
OUTLOOK 26 November, 2020
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