शादी के लिए 10,000 रुपये में बेच दी थी छोटी बेटी, रोशनी की हिम्मत ने मां से 9 साल बाद फिर मिलाया
बीस साल की रोशनी की मां के लिए इससे अच्छा दिन और क्या होता। नौ साल बाद उसकी बेटी घर लौटी थी। वहीं रोशनी जिसकी बड़ी बहन की शादी के लिए एक महिला मानव तस्कर से दस हजार रुपये कर्ज लिया था। समय पर कर्ज की अदायगी नहीं हुई तो महिला तस्कर से दिल्ली की एक प्लेसमेंट एजेंसी के हाथों उसे बेच दिया और एजेंसी ने उसे एक व्यक्ति के यहां घरेलू नौकरानी के रूप में लगा दिया।
झारखंड के गुमला और लातेहार जिला की सीमा पर बसे ठगरिया गांव की रहने वाली रोशनी जब घर लौटी तो भावनाओं से ओतप्रोत, आह्लादित मां ने न सिर्फ उसका पैर धोया बल्कि उसे अमृत समझ हलक से नीचे भी उतार लिया। किसी तरह मजदूरी कर घर चलाने वाली उम्रदराज हो चली मां बेटी को लेकर पूरी तरह नाउम्मीद हो चली थी कि शायद ही उसकी मुलाकात होगी। जब रोशनी 11 साल की थी तभी उसकी बड़ी बहन की शादी के लिए मां-बाप ने दस हजार रुपये कर्ज लिये थे।
स्थानीय प्रभात खबर के अनुसार जब लौटी तो पूरे गांव की आंखें नम थीं। रोशनी ने कई बार घर लौटने की कोशिश की मगर इजाजत नहीं थी। घर लौटने के नाम पर उसे डराया-धमकाया जाता। एक दिन उसने अपनी परिचित भारती कुमार को फोन पर आपबीती सुनाई। भारती से समाजसेवी अंकित राजगढ़िया को इसकी जानकारी दी। तब अंकित ने उसे मुक्त कराने के लिए डीजीपी और मुख्यमंत्री को ट्वीट किया। केंद्रीय मानवाधिकार आयोग को जानकारी दी और खुद रांची से पहुंच गये। इसके बाद जहां रोशनी थी उस घर के मालिक से रोशनी को मुक्त कर दिया। और 24 मार्च को अंकित, रोशनी को लेकर उसके गांव पहुंचा। देखते ही मां, बेटी से लिपट बिलखकर रोने लगी। उसके पांव धोये, उस पानी को पीया फिर उसे घर के भीतर ले गई।