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03 April 2022

राजस्थान के करौली में सांप्रदायिक संघर्ष; भाजपा ने कांग्रेस को ठहराया जिम्मेदार, कहा- यह सुनियोजित हमला है

राजस्थान के करौली में शनिवार शाम हिंदू नव वर्ष का जश्न मनाने के लिए निकाली गई एक मोटरसाइकिल रैली में पथराव के बाद सांप्रदायिक झड़पें शुरू हो गईं, जिससे अधिकारियों को कर्फ्यू लगाना पड़ा, इंटरनेट निलंबित कर दिया गया और 600 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया। इस घटना के लिए विपक्षी दल भाजपा ने सत्तारूढ़ कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) हवा सिंह घुमारिया ने कहा कि हिंसा में करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए, जबकि 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है। स्थिति नियंत्रण में है।

पुलिस ने कहा कि नव संवत्सर के मौके पर रैली मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रही थी तभी कुछ लोगों ने पथराव किया। हिंसा बढ़ गई और कुछ दुकानें और एक बाइक जल गई। कई अन्य क्षतिग्रस्त हो गए।

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करौली के पुलिस नियंत्रण कक्ष ने शुरू में कहा कि 35 से अधिक लोग घायल हुए हैं। एडीजी ने कहा कि कई घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि लगभग 10 को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया और एक को गंभीर हालत में जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर कर दिया गया।

राज्य की राजधानी जयपुर से 170 किलोमीटर दूर करौली में भी मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया है।

राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एमएल लाठेर से बात की और जनता से शांति बनाए रखने की अपील की।

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस उपाधीक्षक और निरीक्षक रैंक के 50 अधिकारियों सहित 600 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और तीन आईपीएस अधिकारियों को जयपुर से करौली भेजा गया है।

करौली कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।

एडीजी हवा सिंह घुमारिया ने बताया कि कुछ दुकानों में आग लगा दी गई। उन्होंने कहा, “फायर टेंडरों द्वारा आग पर काबू पा लिया गया है। एडीजी संजीव कुमार, आईजी भरत लाल मीणा, डीआईजी (अपराध शाखा) जयपुर राहुल प्रकाश और (डीसीपी) मृदुल कछवा को करौली भेजा गया है।

गहलोत ने बाड़मेर में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने डीजीपी को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

उन्होंने कहा, 'कुछ बदमाश होते हैं...वे किसी भी धर्म में और कहीं भी हो सकते हैं और उनसे बचना चाहिए क्योंकि उन्हें नुकसान नहीं होता है, आम आदमी को नुकसान होता है। वे आहत नहीं हैं, आम आदमी आहत है।"

गहलोत ने कहा कि हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, सिख और अन्य सभी समुदायों को राज्य में शांति और विकास का माहौल बनाने में योगदान देने और अपनी रचनात्मक भूमिका निभाने की जरूरत है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने घटना के लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया। पूनिया ने आरोप लगाया, "इसके लिए कांग्रेस सरकार की तुष्टीकरण नीति जिम्मेदार है। अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। यह हिंदू नव वर्ष पर आयोजित बाइक रैली पर एक सुनियोजित हमला था।"

पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता वसुंधरा राजे ने भी घटना की निंदा की और कहा कि राजस्थान में "घृणा मानसिकता" को पनपने नहीं दिया जा सकता है।

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TAGS: Communal clashes in Rajasthan's Karauli, Rajasthan, Ashok Gehlot, Karauli
OUTLOOK 03 April, 2022
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