Advertisement
20 December 2022

बिहार जहरीली शराब मामले की जांच पर जद (यू) सांसद बोले, संवैधानिक संस्थाओं का 'दुरुपयोग' किया जा रहा है

ANI

जदयू सांसद राजीव रंजन सिंह ने मंगलवार को बिहार जहरीली शराब कांड की एनएचआरसी की जांच पर आपत्ति जताते हुए आरोप लगाया कि संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है। सिंह, जो जेडी (यू) के अध्यक्ष भी हैं, ने लोकसभा में पूछा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) छपरा जहरीली त्रासदी की जांच क्यों कर रहा है।

मुंगेर के सांसद ने कहा, "राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बिहार सरकार को सूचित किया है कि छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों की जांच उनके द्वारा की जाएगी। मानवाधिकार आयोग इसमें कैसे आया?" उन्होंने आरोप लगाया, "संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है।"

हालांकि, पटना साहिब से भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एनएचआरसी जांच का समर्थन किया और कहा कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को भी जांच करनी चाहिए। प्रसाद ने कहा, "जहरीली शराब से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई। कोई पोस्ट-मॉर्टम नहीं हुआ, विसरा नहीं रखा गया। एनएचआरसी को वहां जाना चाहिए, बाल आयोग को भी जाना चाहिए क्योंकि मरने वालों में बच्चे, दलित, पिछड़े वर्ग शामिल हैं .... यह गंभीर मुद्दा है।"  

Advertisement

इस बीच लोजपा के चिराग पासवान ने बिहार में राष्ट्रपति शासन की मांग करते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार जहरीली शराब से मौत की घटनाओं को दबाने की कोशिश कर रही है और महागठबंधन के नेता खामोश बैठे हैं। जनार्दन सिंह सिग्रीवाल (भाजपा) ने बिहार में जहरीली शराब त्रासदी में मारे गए लोगों के लिए मुआवजे की मांग की।

उन्होंने कहा कि एनएचआरसी, बाल अधिकार आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग को जहरीली शराब त्रासदी की जांच करनी चाहिए। नीतीश कुमार सरकार ने सोमवार को सारण जहरीली शराब त्रासदी में मरने वालों की संख्या 38 बताई थी। विपक्षी भाजपा नेताओं ने दावा किया है कि मरने वालों की संख्या 100 को पार कर गई होगी। छपरा सारण प्रमंडल का जिला मुख्यालय है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Bihar, तेजस्वी यादव, गठबंधन, ज़हरीली शराब, राजीव रंजन
OUTLOOK 20 December, 2022
Advertisement