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16 December 2015

क्यों आए सीबीआई के निशाने पर केजरीवाल के सचिव

गूगल

 

इसी साल जून महीने में दिल्ली डायलॉग के पूर्व सचिव आशीष जोशी ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए राजेंद्र कुमार की शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) से की थी। जोशी ने एसीबी को पत्र लिखकर राजेंद्र कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे जिसमें शिक्षा और आईटी विभाग में अपने कार्यकाल के दौरान कुमार पर बेनामी कंपनियां बनाकर वित्तीय धांधली किये जाने की बात कही गई थी। जोशी ने पत्र में लिखा था कि डीयूएसआईबी का चीफ डिजिटाइलेशन ऑफिसर रहने के दौरान मुझे आईटी विभाग से जुड़े राजेन्द्र कुमार की भ्रष्ट गतिविधियों का पता चला। उस समय जोशी को दिल्ली सरकार द्वार डीओपीटी के साल 2010 के आदेशों का उल्लंघन करते हुए एकाएक पद से हटा दिया गया था। बाद में जोशी ने राजेन्द्र कुमार और दूसरे लोगों के खिलाफ संसद मार्ग और आईपी एस्टेट पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी।

दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद राजेंद्र कुमार को जहां मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवान ने अपना प्रधान सचिव बनाया वहीं जोशी को दिल्ली डायलॉग कमीशन का सचिव बनाया गया। लेकिन अचानक जोशी को उनके पद से हटा दिया गया। इसके पीछे राजेंद्र कुमार की भूमिका बताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक राजेंद्र कुमार ने अपना पुराना झगड़ा लेकर जोशी को पद से हटवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई वहीं जोशी ने भी एसीबी से शिकायत कर राजेंद्र कुमार से पुराना हिसाब चुकता किया। राजेंद्र कुमार का मामला अब सीबीआई के हवाले है।

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कौन हैं राजेंद्र कुमार

 

राजेन्द्र कुमार 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। कुमार केजरीवाल सरकार के पहले के कार्यकाल में भी प्रधान सचिव रह चुके थे। केजरीवाल और राजेंद्र कुमार के बीच रिश्ता इतना करीब है कि दिल्ली सरकार ने मुख्य सचिव अनिंदो मजूमदार के कार्यालय को सील कर दिया था और दिल्ली के उपराज्यपाल की अनदेखी करते हुए राजेन्द्र कुमार को अपना प्रधान सचिव बनाया था। राजेन्द्र कुमार दिल्ली सरकार में परिवहन और माध्यमिक शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभाग में रह चुके हैं। दिल्ली में ऊर्जा सचिव रहते हुए उन्होंने बिजली कंपनियों की मनमानी रोकने को लेकर कई कदम उठाया था। सूचना प्रौद्योगिकी प्रबंधन के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए उन्हें प्रधानमंत्री एक्सलेंसी अवार्ड भी मिल चुका है। राजेन्द्र कुमार मूलत: बिहार की राजधानी पटना के रहने वाले हैं। 48 साल के कुमार आईआईटी से बीटेक हैं और केजरीवाल के बैचमेट है। 

 

कौन हैं आशीष जोशी

आशीष जोशी इंडियन पीएंडटी एकाउंट्स एंड फाइनेंस सर्विस के 1992 बैच के अधिकारी हैं। वे दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड में सदस्य वित्त भी रहे। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर उन्हें दिल्ली डायलॉग कमीशन के सदस्य सचिव की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई थी। आशीष जोशी को 16 अप्रैल को दिल्ली सरकार से दिल्ली डायलॉग सचिव से हटाकर वापस संचार सूचना एंव प्रोद्योगिकी मंत्रालय में भेज दिया गया है। वे तीन साल की प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली सरकार में आए थे और नौ महीन में ही हटा दिए गए। जोशी ने सेंट स्टीफन कॉलेज दिल्ली और नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ फाइनेंसियल मैनेजमेंट से पढ़ाई की है। सामाजिक क्षेत्र खासकर अल्पसंख्यक कल्याण के लिए जोशी की कई योजनाओं को सराहा गया है। जोशी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में अल्पसंख्यक कल्याण के लिए चलाई जा रही है पंद्रह सूत्रीय कार्यक्रम के नोडल ऑफिसर के तौर पर भी काम कर चुके हैं। 

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TAGS: दिल्‍ली सरकार, अरविंद केजरीवाल, आशीष जोशी, राजेंद्र कुमार, सीबीआई, भ्रष्टाचार
OUTLOOK 16 December, 2015
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