Advertisement
24 January 2017

कैबिनेट ने एनआरआई के मताधिकार पर प्रस्ताव को खारिज किया

google

सरकार में सूत्रों ने कहा कि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव कैबिनेट के एजेंडे का हिस्सा था लेकिन इसे टाल दिया गया। कैबिनेट की बैठक मंगलवार सुबह हुई।

प्रस्ताव को टालने के कारणों के बारे में फिलहाल पता नहीं चल पाया है। नियमों में बदलाव कर सशस्त्र बलों में सेवारत कर्मियों सहित नौकरीपेशा लोगों को इलेक्‍ट्रानिक साधनों से पोस्टल बैलट हासिल करने की सुविधा दी गई है। उनके पास प्रतिनिधि के माध्यम से वोट डालने का विकल्प है।

अनिवासी भारतीयों के लिए जनप्रतिनिधित्व कानून में संशोधन करने की जरूरत है ताकि वे पोस्टल बैलट और प्रतिनिधित्व वोटिंग में शामिल हो सकें।

Advertisement

चुनाव आयोग में इस मुद्दे पर काम कर रही एक विशेषज्ञ समिति ने 2015 में कानून मंत्रालय के वैधानिक संरचना को अग्रसारित किया था ताकि चुनाव कानूनों में संशोधन कर अनिवासी भारतीयों को प्रतिनिधित्व वोटिंग और ई बैलेट सुविधा की अनुमति दी जा सके।

आंकड़े दर्शाते हैं कि केवल दस हजार से 12 हजार अनिवासी भारतीयों ने वोटिंग की है क्योंकि देश में आकर वोट डालने के लिए वे धन खर्च नहीं करना चाहते। भाषा

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: मताधिकार, एनआरआई, भारत, कैबिनेट, cabinet, voting, nri, india
OUTLOOK 24 January, 2017
Advertisement